लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। स्वयंसेवक संघ अवध प्रान्त के प्रान्त प्रचारक कौशल ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायी है। अहिल्याबाई ने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भारतभर के प्रसिद्ध तीर्थस्थानों पर मंदिर बनवाये,घाट बंधवाएं,कुंओं व बावड़ियों का निर्माण कराया। उनके द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी समाज को हो इसके लिए अलग—अलग श्रेणी सह कार्यक्रम करनें होंगे। प्रान्त प्रचारक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी समारोह समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
भारती भवन में आयोजित बैठक का शुभारम्भ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रान्त के प्रान्त प्रचारक कौशल और बावन मंदिर अयोध्या के महंत वैदेही वल्लभ शरण महाराज ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद की। प्रान्त प्रचारक की उपस्थित में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी समारोह समिति की ओर से वर्ष भर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत चर्चा कर योजना बनाई गयी। इस संबंध में जल्द ही अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी समारोह समिति अवध प्रान्त की घोषणा की जायेगी।
बावन मंदिर अयोध्या के महंत वैदेही वल्लभ शरण महाराज ने कहा कि लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर का चरित्र वंदनीय है। उनके पग—चिन्हों पर समाज को चलना चाहिए। मुस्लिम आक्रान्ताओं द्वारा जब हमारे मठ मंदिर तोड़े जा रहे थे। ऐसे कठिन समय में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने देशभर में मंदिरों का जीर्णोद्धार कराने का महान कार्य किया।
सामाजिक समरसता विभाग के क्षेत्र संयोजक नरेन्द्र सिंह ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का जीवन महिलाओं के लिए आदर्श हैं। महिलाओं के उत्थान और उन्हें स्वावलम्बी व स्वाभिमानी बनाने के लिए अनेक कार्य किये। अहिल्याबाई होल्कर का न्याय शास्त्र,उनकी शासन प्रणाली,किसान व मजदूरों के हित में किये गये कार्य प्रशंसनीय हैं।
सामाजिक समरसता विभाग अवध प्रान्त के प्रमुख राज किशोर ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के द्वारा किये गये कार्यों को जन—जन तक पहुंचाने के लिए हमें हर स्तर कार्यक्रमों की योजना बनानी होगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं, युवाओं व विद्यार्थियों को केन्द्रित करते हुए कार्यक्रम करें। नगर, ग्राम व सेवा बस्तियों में भी कार्यक्रम करने होंगे। राज किशोर ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर ने अवध प्रान्त में भी कई स्थानों पर निर्माण कार्य कराये हैं। उन्होंने श्रीनगर, हरिद्धार, केदारनाथ, बद्रीनाथ, उडुपी कर्नाटक, प्रयाग, वाराणसी, अयोध्या, नैमिषारण्य, जगन्नानपुरी, रामेश्वर व सोमनाथ में मंदिर बनवाए हैं।
बैठक में राज्य राज्य सूचना आयुक्त पीएन द्विवेदी, पूर्व राज्य सूचना आयुक्त नरेन्द्र श्रीवास्तव, संघ की प्रान्त कार्यकारिणी के सदस्य प्रशान्त भाटिया, विश्व हिन्दू परिषद की प्रान्त उपाध्यक्ष ईशा मित्तल, सामाजिक समरसता विभाग के बृजनन्दन राजू, एडवोकेट रंजीता वाल्मीकि, राष्ट्रधर्म की गरिमा, चंदन लाल वाल्मीकि, एसआर ग्रुप के पीयूष सिंह चौहान और डा. आकाश वेद प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।