- प्रदेश भर में 22 से 31 अगस्त तक नि:शुल्क कैम्प एवं भण्डारे का आयोजन
- सेवा परमोधर्म: के सूत्र को जी रहे आरएसएस के स्वयंसेवक
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में सेवा कार्य को ही सर्वोपरि माना गया है। सेवाभाव को ही धर्म बताया गया है। समय-समय पर संघ की ओर से सेवा कार्य किये जाते रहते हैं। इसी क्रम में वर्तमान में प्रदेश में हो रहे पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में युवाओं को असुविधाओं से बचाने के लिये स्वयंसेवक पुरजोर प्रयास करते हुए सेवा कार्य दे रहे हैं। अभ्यर्थियों को दी जा रही इस नि:शुल्क सेवा की सभी प्रशंसा कर रहे हैं। विभिन्न जनपदों में अभ्यर्थियों के रहने एवं भोजन आदि की वृहद स्तर पर नि:शुल्क व्यवस्था की गयी है।
प्रदेश की राजधानी लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, लखीमपुर खीरी, बहराइच, गोण्डा, श्रावस्ती, बलरामपुर, अम्बेडकरनगर, बाराबंकी एवं अयोध्या सहित अन्य जनपदों में सेवा कार्य किया जा रहा है। इन जनपदों सहित प्रदेश के कमोबेश सभी परीक्षा केन्द्रों के निकट 22 से 31 अगस्त तक अभ्यर्थियों के रहने एवं भोजन आदि की नि:शुल्क व्यवस्था की गयी है।
इस बार पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की संख्या 48 लाख है। ऐसे में बड़ी संख्या में परीक्षा केन्द्रों पर अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ रही है। इस बीच उन्हें किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, यही संकल्प करते हुए संघ के स्वयंसेवक सेवा कार्य में जुटे हुए हैं। इस सेवा कार्य से लाभान्वित होने वाले युवाओं ने भी संघ के इस प्रयास की सराहना की है। वे बड़ी संख्या में आरएसएस की ओर से चलाये जा रहे इस सेवा कार्य का लाभ पा रहे हैं।
कई स्थानों पर संघ के कार्यालयों को अभ्यर्थियों के ठहरने के लिए खोल दिये गए हैं। साथ ही, जिलावार स्वयंसेवकों के फोन नंबर सोशल मीडिया पर जारी किये गए हैं, जिन पर किसी भी समय सम्पर्क करके सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है। प्रदेश के सभी जनपदों में विशेष कैम्प व भण्डारे का आयोजन करके अभ्यर्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। खासकर महिला अभ्यर्थियों को इससे बहुत आसानी हो रही है। अभ्यर्थियों के लिए इतने बड़े स्तर पर हुई व्यवस्था को देखकर उनके परिजन भी सेवा कार्य से प्रभावित हो रहे हैं।