लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला महाविद्यालय अलीगंज में काकोरी ट्रेन एक्शन की 100वी वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का सोमवार को समापन गया।
कार्यक्रम के प्रथम दिवस 9 अगस्त को संवाद स्थापित किया गया। संवाद में विशेषज्ञ राजनीति विज्ञान विभाग के डॉ. विशाल प्रताप सिंह ने छात्राओं को 1857 की क्रांति से लेकर काकोरी कांड तक, भारत की आजादी के लिए होने वाली घटनाओं तथा उसमें भाग लेने वाले क्रांतिकारी के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 9 अगस्त 1925ई को सहारनपुर से आने वाली डाउन ट्रेन जब काकोरी पहुंची तब आजादी के मतवाले 10 क्रांतिकारियों ने गाड़ी से 4600 रुपए लूट कर अंग्रेज सरकार हिला दिया।
कार्यक्रम के दूसरे दिन काकोरी कांड पर आधारित एक लघु फ़िल्म का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर इतिहास विभाग के डॉ. जितेंद्र ने काकोरी कांड के दिन की घटनाओं को विस्तारपूर्वक वर्णन किया एवं इसके तात्कालिक महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में उपस्थित भौतिक विज्ञान विभाग के प्रो. शरद वैश्य ने बताया कि कैसे काकोरी कांड ने भारत की स्वतंत्रता में योगदान दिया। जिसके फल स्वरूप आज हम आज़ाद होकर प्रगति के विभिन्न आयामों को छू रहें है । कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम के तीसरे दिन सोमवार को काकोरी ट्रेन एक्शन से संबंधित पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. अनुराधा तिवारी ने किया। उन्होंने काकोरी ट्रेन एक्शन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के विषय में जानकारी दी। उन्होंने छात्राओं को शहीद अमर क्रांतिकारियों के बलिदान याद रखने के लिए प्रेरित भी किया। इस त्रिदिवसीय कार्यक्रम का संचालन एनएसएस अधिकारी राहुल पटेल तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. श्रद्धा द्विवेदी ने किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकों व कर्मचारियों ने प्रतिभाग करके छात्राओं का उत्साह वर्धन किया।