लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भारती एयरटेल फाउंडेशन के ‘सत्य भारती स्कूल’ समुदाय-केंद्रित पहल के माध्यम से विद्यार्थियों को सशक्त एवं योग्य बनाने की दिशा में निरंतर सफलतापूर्वक अग्रसर है और ये इस विश्वास की पुष्टि भी करते हैं कि बच्चे वास्तव में दुनिया को बदल सकते हैं। इस प्रयास के केंद्र में छात्र-नेतृत्व वाले वे सामुदायिक अभियान हैं, जिनका उद्देश्य युवा शिक्षार्थियों के बीच जागरूकता एवं सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को बढ़ावा देना है।
साक्षरता भारती अभियान के माध्यम से वयस्क साक्षरता पर मुख्य रूप से ध्यान देने के साथ-साथ, ‘सत्य भारती स्कूल’ विभिन्न प्रभावी सामुदायिक अभियानों में सक्रिय रूप से सम्मिलित रहे हैं। 2016 में शुरू किया गया साक्षरता भारती अभियान उन प्रमुख पहलों में से एक है जिसके अंतर्गत सत्य भारती स्कूलों के छात्र अपने परिवारों और समुदायों में गैर-साक्षर वयस्कों के लिए कम से कम बुनियादी शिक्षा की आवश्यकता-पूर्ति की पैरवी करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ग्रीष्मकालीन अवकाश कार्य के एक भाग के रूप में दिए गए, छात्रों ने अब तक अपने परिवारों और समुदायों में 65,000 से अधिक गैर-साक्षर वयस्कों को मौलिक साक्षरता और संख्यात्मक कौशल हासिल करने में सहायता की है। इस पहल का उद्देश्य न केवल बुनियादी पढ़ाई, लिखाई और संख्या-ज्ञान संबंधी कौशल को विकसित करना है अपितु छात्रों में सशक्तिकरण और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को भी उत्पन्न करना है।
सत्य भारती स्कूलों के छात्रों को, समर्पित शिक्षकों के सहयोग एवं मार्गदर्शन द्वारा विभिन्न प्रभावपूर्ण शिक्षण विधियों में प्रशिक्षित किया गया है, जबकि पाठ्यक्रम को भारती एयरटेल फाउंडेशन द्वारा सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है, जिसमें अक्षरों, सरल शब्दावली, संख्या-ज्ञान, कहानी पठन एवं लेखन सबंधी विभिन्न अभ्यास सम्मिलित हैं। यह पहल इस विश्वास को दर्शाती है कि बच्चे ऐसा सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम हैं, जिसका आरंभ यदि घर से होगा तो फैलाव व्यापक समाज में होगा। साक्षरता से आगे, यह कार्यक्रम न केवल नेतृत्व संबंधी कौशलों अपितु शिक्षा की परिवर्तन शक्ति की गहन समझ को भी समृद्ध बनाता है।