हिंदी विवि में मनायी शाहू महाराज की 150वीं जयंती
वर्धा (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर-सिदो-कान्हू-मुर्मू दलित एवं जनजातीय अध्ययन केंद्र द्वारा बुधवार, को गुर्रम जाशुवा सभागार में राजर्षि शाहू छत्रपति महाराज के 150वे जन्म दिवस के उपलक्ष्य में ‘समता मूलक समाज के निर्माण में शाहू महाराज का योगदान’ विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केंद्र के प्रभारी निदेशक डॉ. बालाजी चिरडे ने कहा कि राजर्षि शाहू महाराज ने स्त्री-पुरूष समानता, सामाजिक न्याय और अंतरजातीय विवाह जैसे क्रांतिकारी कार्य किये। उन्होंने अपनी रियासत में सभी को शिक्षा उपलब्ध कराते हुए वंचित समाज को ऊपर उठाने के लिए शिक्षा संस्थान एवं छात्रावास शुरू किए और अपना जीवन समाज की उन्नति के लिए समर्पित किया। शाहू महाराज पर फ्रेजर और आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती का प्रभाव रहा।
उन्होंने कहा कि शाहू महाराज ने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा शुरू किए गए मुकनायक पत्रिका को चलाने के लिए 2500 रुपये की आर्थिक सहायता करते हुए तत्कालिन समाज को शिक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की। शाहू महाराज ने पूरे भारत का भ्रमण कर यहां की शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक परिस्थिती का अध्ययन किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में शाहू महाराज के फोटो पर माल्यार्पण कर अभिवादन किया गया।
इस अवसर पर सहायक प्रोफेसर डॉ. किरन कुंभरे, डॉ. सूर्य प्रकाश पाण्डेय, डॉ. कोमल कुमार परदेशी, डॉ. वागीश शुक्ल, जनसंपर्क अधिकारी बीएस मिरगे, शोधार्थी महेन्द्र सिंह लोधी, शशिकांत भारती, विजय कुंभरे, मो. सोहैल अली, कल्पणा बुऱ्हाण आदि ने भी शाहू महाराज के जीवन-कार्य पर प्रकाश ड़ाला।
कार्यक्रम का संचालन केंद्र के सहायक प्रोफेसर डॉ. राकेश सिंह फकलियाल ने किया तथा सहायक प्रोफेसर डॉ. किरण कुंभरे ने आभार जताया। कार्यक्रम में परिमल प्रियदर्शी, डॉ. मनोज मुनेश्वर, डॉ. विपीन कुमार पाण्डेय, सोनू कुमार, आदित्य भोयर, जसवंत कुमार, नीरज सरोज, अमृतेश कुमार, डी. गोपाल, हर्ष गुप्ता सहित शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।