लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, उत्तरी क्षेत्र, अलीगंज बुधवार को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (कार्यालय-2), लखनऊ की वर्ष 2024 की प्रथम छमाही बैठक राजिंदर कुमार (अपर महानिदेशक व विभागाध्यक्ष एवं अध्यक्ष, नराकास (कार्यालय-2), लखनऊ) की अध्यक्षता में आयोजित की गई। राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, गाजियाबाद से अजय चौधरी, सहायक निदेशक (कार्यान्वयन) राजभाषा विभाग द्वारा इस समीक्षा बैठक में सहभागिता की गई।
नराकास (कार्यालय-2) के लगभग 44 सदस्य कार्यालयों के विभागाध्यक्ष/कार्यालय प्रधान एवं राजभाषा अधिकारियों/हिंदी अधिकारियों सहित लगभग 97 अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। बैठक में ओम प्रकाश (निदेशक व राजभाषा अधिकारी एवं सदस्य सचिव, नराकास, कार्यालय-2, लखनऊ) द्वारा सभी सदस्य कार्यालयों की राजभाषा से संबंधित छमाही प्रगति रिपोर्टों के आंकड़ों की समीक्षा को पावर प्वाइंट के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात हिंदी गृह पत्रिका प्रकाशित करने वाले कार्यालयों को प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया गया और राजभाषा के कार्यान्वयन में धारा 3(3), राजभाषा नियम-5 का पूर्णत: अनुपालन और हिंदी कार्यशालाओं तथा राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठकों आदि के वार्षिक कार्यक्रम के लक्ष्यों को पूर्ण करने वाले कार्यालयों को स्मृति चिन्ह (शील्ड) से पुरस्कृत किया गया।
अजय चौधरी (सहायक निदेशक (कार्यान्वयन) राजभाषा विभाग) ने अधिकारयों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देकर लोगों के जिज्ञासा को शांत किया। अध्यक्ष द्वारा इन कार्यालयों की सराहना की गई और जो कार्यालय लक्ष्य प्राप्ति से थोड़ा दूर हैं उन सभी कार्यालयों से वार्षिक कार्यक्रम के लक्ष्य के अनुरूप कार्यालय में राजभाषा हिंदी की उत्तरोत्तर वृद्धि और प्रयोग करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहने हेतु आग्रह किया गया। उन्होंने नराकास (का. 2) के सदस्यों कार्यालयों की सामूहिक पत्रिका प्रकाशित करने का प्रस्ताव भी रखा जिसका सभी सदस्य कार्यालयों ने स्वागत किया। उन्होंने अवगत कराया कि केंद्र सरकार के कार्यालयों में राजभाषा क्रियान्वयन के लिए नराकास (कार्यालय-2) अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। तत्पश्चात धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही बैठक का समापन हुआ।