शिवेश प्रताप की पुस्तक “मोदी दशक” का हुआ विमोचन
नई दिल्ली (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने लोकनीति विश्लेषक, लेखक एवं स्तंभकार शिवेश प्रताप की पुस्तक मोदी दशक का लोकार्पण किया। यह कार्यक्रम प्रभात प्रकाशन के बैनर तले कॉन्स्टीट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में जाने-माने बौद्धिक चिंतकों की उपस्थिति में हुआ।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा की मोदी दशक, भारत के राजनीतिक परित्राण का दौर है तथा देश में विकास आधारित राजनीति का एक नया विमर्श स्थापित हुआ है। मोदी दशक पुस्तक में लेखक शिवेश प्रताप ने मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए विकास को समझाते हुए जो समाजोन्मुख दृष्टि दिया है इसके लिए प्रशंसा के पात्र हैं और यही बात इस पुस्तक को महत्वपूर्ण और पठनीय बनाती है।
मुख्य अतिथि शहजाद पूनावाला ने कहा कि मोदी दशक ने बिना किसी पंथ, मजहब या क्षेत्र देखे सबका साथ और सबका विकास को सुनिश्चित करते हुए देश के विकास के जो आधारशिला रखी है। इस पर विकसित भारत का निर्माण होगा। इस पुस्तक में मोदी सरकार के प्रयासों और परिणामों का एक समग्र विमर्श किया गया है उसके लिए लेखक शिवेश प्रताप का कार्य अत्यंत प्रशंसनीय है।
लेखक शिवेश प्रताप ने कहा कि कांग्रेस की विफलताओं ने तमाम क्षेत्रीय पार्टियों के अस्तित्व के द्वारा 4 दशकों में देश में धर्म, जाति एवं क्षेत्र आधारित वैमनस्यपूर्ण माहौल बना दिया था। मोदी सरकार ने 2014 में आने के बाद देश के संपूर्ण विमर्श को भारत माता, विकास और आत्मनिर्भरता पर केंद्रित कर दिया। मोदी दशक, विकसित भारत की आधारशिला बन रहा है और पूरे विश्व में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ रही है।
मोदी सरकार ने देश को मात्र एक जमीन का टुकड़ा मानकर शासन नहीं किया है अपितु भावनात्मक स्तर पर जाकर भारत को सत्य स्वरूप भारत माता मानकर उसकी देहात्मा के रक्षण, पोषण और संवर्धन का कार्य किया है। जिसकी चर्चा इस पुस्तक में विस्तार से की गई है। मोदी दशक में हुई भारत की प्रगति इस दशक में हुए सुधारों, प्रदर्शनों एवं बदलावों की एक स्पष्ट और कार्योन्मुख रूपरेखा का परिणाम है। भविष्य का विकसित भारत इन्हीं विकास कार्यों का सह-उत्पाद होगा।
इस पुस्तक की भूमिका देश के जाने-माने विद्वान, भाजपा सांसद एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे बलबीर पुंज के द्वारा लिखी गई है। राजनीतिक चर्चाओं से तटस्थ होकर यह पुस्तक मोदी सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल में लागू हुई जनकल्याणकारी नीतियों एवं उनसे हुए सकारात्मक परिवर्तनों पर एक सार्थक चर्चा करती है। इस पुस्तक में कुल 34 अध्यायों के द्वारा विकास के लगभग सभी आयामों पर चर्चा की गई है। मोदी सरकार में हुए विकास को समग्रता से समझने के लिए यह पुस्तक एक महत्वपूर्ण पाथेय है।