लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के मतदाता जागरण अभियान के दौरान सोमवार को संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय रैन, बछरावां, रायबरेली के शिक्षकों को मतदान की शपथ दिलाई। अधिक से अधिक मतदान करने और कराने मे अपनी भूमिका सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया।
संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी का बालिका विद्यालय रैन के शिक्षकों ने जोरदार स्वागत किया। माल्यार्पण करके एवं पुष्प गुच्छ भेंट करके सभी शिक्षकों ने अपने मनोभाव व्यक्त किए। जेएन तिवारी ने बताया कि रैन की शिक्षिकाओं के साथ विचारों के आदान-प्रदान का अवसर मिला। सभी शिक्षिकाएँ अत्यंत ही विनम्र, सौम्य, एवं काफी मुखर हैं। अपनी बात बेबाकी से रखती हैं।
उनके बीच अपने विचार साझा करते हुए जेएन तिवारी ने कहाकि रैन का माहौल पारिवारिक जैसा लगा। सभी शिक्षिकाएं एक दूसरे के साथ मिल बैठकर अपना लंच शेयर करती हैं, विचारों का आदान प्रदान करती हैं। विद्यालय की कुछ समस्याओं से भी अवगत होने का अवसर प्राप्त हुआ। सक्षम स्तर पर समस्याओं को रेखांकित कर उनका समाधान कराया जाएगा।
राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय रैन में ही राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की महामंत्री अरूणा शुक्ला कार्यरत हैं। उनके प्रखर व्यक्तित्व एवं कुशल नेतृत्व की छाप विद्यालय में दिखाई पड़ी। रैन की सभी शिक्षिकाएँ अपने शैक्षणिक उत्तरदायित्व के प्रति अत्यंत ही संवेदनशील हैं।
विनीता, सुषमा, पूनम श्रीवास्तव, सीमा चौरसिया, रीना सिंह, सुमन कुशवाहा, सुमनलता, उषा, मंजू, अरुणा शुक्ला सहित एक दर्जन से अधिक शिक्षकों को मतदान करने की शपथ संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी द्वारा दिलाई गई। इस अवसर पर जेएन तिवारी ने सभी शिक्षकों को आश्वस्त किया कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के माध्यम से संविदा शिक्षकों एवं कर्मचारियों की समस्याओं को सक्षम स्तर पर प्रस्तुत कर उनका समाधान कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि संविदा कर्मियों के विनियमितिकरण के लिए भी राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद प्रयास कर रही है। लोकसभा चुनाव के बाद प्रयास और तेज किया जाएगा। आउटसोर्स कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन निर्धारित कराए जाने की प्रक्रिया भी चुनाव बाद तेज होगी। जेएन तिवारी ने सभी शिक्षकों को निष्ठा पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों का सहयोग मिलता रहेगा तो उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्र ही हो जाएगा।