कानपुर (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। विश्व अस्थमा दिवस के उपलक्ष्य में आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) में इनक्यूबेटेड हेल्थकेयर स्टार्टअप मेदांत्रिक ने स्वास्थ्य परिणामों में सुधार पर ध्यान केंद्रित करते हुए आईआईटी कानपुर परिसर के निवासियों के लिए एक मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया। यह शिविर जीएसवीएम और Kcare Hospital के सहयोग से आयोजित किया गया था। जिसका उद्देश्य भारत में फेफड़ों के स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। यह पहल स्वास्थ्य देखभाल समाधानों को सभी के लिए सुलभ बनाने की मेदांत्रिक की चल रही प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
शिविर में विभिन्न प्रकार के परीक्षण की सुविधा प्रदान की गई, जिसमें फेफड़े के कार्य परीक्षण, छाती से संबंधित परामर्श, फिजियोथेरेपी परामर्श और अन्य आवश्यक स्वास्थ्य जांच शामिल हैं।
आईआईटी कानपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग और सस्टेनेबल एनर्जी इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर सच्चिदा नंद त्रिपाठी ने शिविर के बारे में कहा कि, “कुछ वायुजनित कण फेफड़ों के कैंसर में योगदान कर सकते हैं। फेफड़ों की स्थिति का शीघ्र पता लगाने से लोगों को संभावित क्षति की जल्द पहचान करने में मदद मिल सकती है। मेदांत्रिक मेडटेक के नोडेक्स डिवाइस का उपयोग करना, घर पर उच्च रक्तचाप या मधुमेह के लिए नियमित जांच करने जितना आसान होगा, जिससे लोगों को गंभीर क्षति से बचाया जा सकेगा।”
प्रोफेसर अंकुश शर्मा (प्रभारी प्रोफेसर, एसआईआईसी, आईआईटी कानपुर) ने फेफड़ों के स्वास्थ्य जांच के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, देश में हर साल लगभग दो लाख लोग अस्थमा से अपनी जान गंवाते हैं। नोडेक्स की मदद से ऐसे व्यक्ति अपने लक्षणों को आसानी से पहचान सकेंगे और समय पर अपनी दवा ले सकेंगे। नोडेक्स को अगले छह महीने के भीतर बाजार में लॉन्च किया जाएगा।”
पिछले साल अगस्त में मेदांत्रिक ने कानपुर यातायात पुलिस के लिए एक सफल पहल स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया था। उस शिविर के परिणाम विशेष रूप से चिंताजनक थे, क्योंकि अधिकांश अधिकारियों ने सुरक्षा उपायों का उपयोग करने के बावजूद, प्रदूषण की वजह से काफी प्रभावित लक्षण प्रदर्शित किए।
आईआईटी कानपुर में आज के शिविर ने स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने और सुलभ स्वास्थ्य देखभाल समाधानों के साथ समुदायों को सशक्त बनाने के अपने मिशन में मेदांत्रिक द्वारा एक और प्रभावशाली कदम के रूप में कार्य किया।