जयपुर (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। जय महल पैलेस में आयोजित तीन दिवसीय ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार (जीआईटीबी) के 13वें संस्करण के दूसरे दिन सोमवार को उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के पवेलियन में पूरे दिन आगंतुकों की लाइन लगी रही। जीआईटीबी का आयोजन 5 से 7 मई तक जयपुर में, राजस्थान पर्यटन विभाग, पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग इस मंच के माध्यम से अपने गंतव्यों को देशी-विदेशी ट्रैवल-टूर आपरेटर्स और आगंतुकों के सामने प्रदर्शित कर रहा है। जिससे प्रदेश में अधिक से अधिक पर्यटक भ्रमण पर आएं। उत्तर प्रदेश की उपनिदेशक पर्यटन, प्रीति श्रीवास्तव के बताया कि आज दिन भर पैनल डिस्कशन और बीटूबी मीटिंग्स हुई। जिसमें प्रदेश के पर्यटन स्थलों और वहाँ मौजूद पर्यटन सुविधाओंके बारे में चर्चा हुई। इससे पहले रविवार को जीआईटीबी में ‘वेड इन इंडिया’ थीम है पर चर्चा का आयोजन हुआ। जिसमें कई अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय वैडिंग प्लानर शामिल हुए। इस तीन दिवसीय जीआईटीबी में 250 से अधिक विदेशी डेलीगेट्स प्रतिभाग कर रहे है।
जीआईटीबी पर्यटन क्षेत्र के स्टेकहोल्डेर्स के लिए एक प्रतिष्ठित मंच है। इसके माध्यम से विभाग प्रदेश के पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग कर रहा है। देशी ही नहीं बल्कि विदेशी डेलीगेट्स और टूर आपरेटर्स ने भी प्रदेश के पवेलियन में पहुँच कर विभिन्न पर्यटन स्थलों के साथ, 2025 कुंभ के बारे में जानकारी लेते दिखे।
उत्तर प्रदेश घरेलू पर्यटन में वर्ष 2023 में 48 करोड़ पर्यटकों के साथ प्रथम स्थान पर है। मुकेश कुमार मेश्राम (प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति, उत्तर प्रदेश) ने कहा कि, ”इस मंच के माध्यम से हम अपनी पर्यटन सुविधाओं और पर्यटन स्थलों को देशी- विदेशी डेलीगेट्स के सामने प्रदर्शित कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य यूपी को विदेशी पर्यटकों (इनबाउण्ड) के मामले में भी अग्रणी राज्य बनाना है।”