ग्रेटर नोएडा (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। प्रत्येक वर्ष 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है। ताकि लोग अपने लिवर की सेहत पर ध्यान दें और इसके रोगों के बारे में जानें। ये ऐसी बीमारी है जिसमें लिवर की कोशिकाओं में चर्बी जमा होने लगती है। भारत में फैटी लिवर की बीमारी बहुत तेज़ी से बढ़ रही है और देश की एक बड़ी आबादी इससे पीड़ित है। हाल के अध्ययनों से ये पता चला है कि भारत में 10% से 56% लोग फैटी लिवर से जूझ रहे हैं। यह बीमारी अक्सर उन लोगों में ज़्यादा पाई जाती है, जो मोटे हैं, जिन्हें डायबिटीज़ है, जो लोग ज़्यादा एक्सरसाइज़ नहीं करते या जिनका कोलेस्ट्रॉल लेवल सही नहीं है।
फोर्टिस हॉस्पिटल ग्रेटर नोएडा के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड हेपेटोलॉजी डिपार्टमेंट के कंसल्टेंट डा. अपूर्व पांडे ने बताया, “भारत में पुरुषों में इस बीमारी का खतरा ज़्यादा है। अक्सर फैटी लिवर किसी और वजह से कराए गए अल्ट्रासाउंड में ही पता चलता है। अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में इसे तीन ग्रेड्स में बांटा जाता है। ध्यान देने वाली बात यह हैं कि अगर इसे नज़र अंदाज़ किया जाए, तो ये लीवर फाइब्रोसिस और फिर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी में भी बदल सकती है। इसलिए ज़रूरी है इसका जल्दी पता लगना और इलाज करवाना।“
फोर्टिस हॉस्पिटल ग्रेटर नोएडा के सीईओ डॉ. प्रवीण कुमार बताते हैं, “भले ही फैटी लिवर के लक्षण ज़ाहिर तौर पर न दिखें, फिर भी कुछ ऐसे लक्षण हैं जिन्हें हर किसी को ध्यान से देखना चाहिए।”
ये लक्षण हैं
1. थकान : अगर भरपूर आराम के बाद भी थकान लगे, तो ये फैटी लिवर का इशारा हो सकता है। इससे रोज़मर्रा के काम पर असर पड़ता है।
2. वजन घटना : अगर आपका वज़न अचानक से घटने लगे, वो भी तब जब थकान या पेट में तकलीफ़ भी हो रही हो, तो लिवर की जांच करवाना ज़रूरी है।
3. पेट में तकलीफ़ : पेट के ऊपरी हिस्से में दाईं तरफ हल्का-हल्का दर्द या तकलीफ़, फैटी लिवर के कारण सूजन या लिवर के आकार में बढ़ोतरी का संकेत हो सकता है।
4. कमज़ोरी : अगर किसी और वजह से कमज़ोरी महसूस हो रही हो, तो ये लिवर से जुड़ी समस्याओं की वजह से हो सकता है, जिनमें फैटी लिवर भी शामिल है।
5. लिवर एंजाइम्स बढ़ना : खून की रिपोर्ट में अगर लिवर एंजाइम्स का स्तर बढ़ा हुआ दिखे तो ये लिवर में सूजन या खराबी का संकेत है।
6. लिवर का आकार बढ़ना : डॉक्टर जांच के दौरान अगर लिवर का आकार बढ़ा हुआ महसूस करें, तो ये फैटी लिवर का लक्षण हो सकता है।
फ़ैटी लिवर का अगर समय पर इलाज नहीं किया गया तो आगे चलकर बड़ी बीमारी हो सकती है। इसलिए बहुत ज़रूरी है कि इस बीमारी के लक्षणों को समझा जाए और अगर ये लक्षण दिखें तो फौरन डॉक्टर से सलाह लें। जल्दी इलाज शुरू होने और जीवनशैली में कुछ बदलाव करके फ़ैटी लिवर से बचा जा सकता है और लिवर को हमेशा स्वस्थ रखा जा सकता है।