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पुस्तकों, उपन्यास के विमोचन व सम्मान समारोह संग लखनऊ पुस्तक मेला विदा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। रवीन्द्रालय लान चारबाग में साहित्य कला संस्कृति को समर्पित 2 मार्च से चल रहा लखनऊ पुस्तक मेला साहित्यिक चर्चा, विमोचन, सम्मान और काव्य समारोहों के साथ अगले वर्ष के लिये विदा ले गया। विमोचनों में आज क्रान्ति मिश्रा के उपन्यास चीख की चर्चा रही। चयनित स्टालधारकों ने स्मृति चिह्न पाने के साथ अनुभव साझा किये। 

समापन समारोह में संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने पुस्तक मेले को आयोजनों, विमर्श और बिक्री के नजरिये से अच्छा अनुभव बताया। उन्होंने उम्मीद जतायी कि जिस तरह इस मेले में युवाओं की बड़ी तादाद दिखायी दी, आगे के मेलों में भी ये सिलसिला बना रहेगा। मंच पर विद्याविंदु सिंह ने स्टालधारकों को स्मृति चिह्न प्रदान किये।

क्रान्ति मिश्रा के उपन्यास चीख का विमोचन राज्यसभा सांसद ब्रजलाल ने वरिष्ठ पत्रकार नदीम, राजकुमार सिंह, हिन्दी संस्थान की प्रधान संपादक डा. अमिता दुबे व विधि विशेषज्ञ प्रो. डीएनएनएस की मौजूदगी में किया। इस अवसर पर ब्रजलाल ने कहाकि पुस्तक लिखते समय लेखक की भाषा सरल हो और पढ़ने का प्रवाह रुकना नहीं चाहिए। ऐसा लेखन चीख पुस्तक में दिखता है। अमिता दुबे ने कहा कि पुस्तक का संदेश है कि हम सचेत रहें। 

सुखबीर सिंह को समर्पित वाश शैली चित्र प्रदर्शनी और चित्रकला कार्यशाला में भी भीड़ दिखी और बच्चों में वॉश शैली के प्रति खासा उत्साह दिखा और प्रशिक्षण प्राप्त किया। मेले के साथ ही रविवार को डा. स्तुति सिंघल द्वारा दिया जा रहा यह चार दिवसीय प्रशिक्षण भी सम्पन्न हो गया।

इससे पहले सुबह लक्ष्य संस्था के काव्य समारोह के बाद सांस्कृतिक मंच पर आज नमन प्रकाशन व साहित्यकार संसद के तत्वावधान में अतिथियों डा. मृदुल शर्मा, डा. अमिता दुबे और राम प्रकाश बेखुद ने नवीन शुक्ल नवीन के गज़ल संग्रह कोई जुगनू आये, राज किशोर नमन की कृति छन्द सौरभ और ज्योत्सना चक्रवती की किताब अच्छी नानी की बाल कहानियां का विमोचन किया तथा विचार रखे। अध्यक्ष भोलानाथ अधीर ने संस्था के क्रिया-कलाप बताये। नवीन शुक्ल के संचालन में चली काव्य गोष्ठी में राजेन्द्र तिवारी कानपुर, डा. फिदा हुसैन बाराबंकी के साथ डा. अमित अवस्थी आदि चुनिन्दा स्थानीय कवियों ने भी काव्य पाठ किया। आज ही अमित श्रीवास्तव की अंग्रेजी किताब एलियंस आफ लखनऊ का भी विमोचन हुआ।

शाम को आशिमा सिंह की अध्यक्षता में 29 वर्षों से कार्यरत अपूर्वा संस्था द्वारा संजय मल्होत्रा हमनवां के संयोजन में आयोजित एक शाम इमरोज़ के नाम में मुख्य अतिथि पदमश्री डा. विद्या विंदु सिंह ने डा. अमिता दुबे, समाजसेविका वर्षा वर्मा, स्टेशन निदेशक प्रशांत कुमार, शायर सैयद जिया अल्वी, शैलेंद्र सक्सेना, श्रमिक नेता विभूति मिश्रा, समाजसेवी चिकित्सक डा. उमंग खन्ना की उपस्थिति में इतिहासकार रवि भट्ट के साथ राजेश विद्रोही स्मृति सम्मान ग़ज़लकारा तारा इक़बाल और नारी शक्ति सम्मान मानव विज्ञान के प्रो. विभा अग्निहोत्री को दिया। यह मेला फोर्स वन बुक्स के साथ विश्वम फाउण्डेशन, ओरिजिन्स, ट्रेड मित्र और ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन आदि के सहयोग से हुआ।