Monday , November 25 2024

स्वर्णिम राजमहल विराजे कलयुग के अवतारी बाबा श्याम

ना देना चाहे कुबेर का धन, मगर सलीका सहूर देना…

कोलकाता व नई दिल्ली के भजन गायकों ने भजनों की संतरगी छठा बिखेरी

श्री श्याम ज्योत मंडल का 41वां श्री श्याम निशानोत्सव

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। बाबा श्याम का बाघा स्वर्ण आभूषणों, रत्नजड़ित मोतियों से अंलकृत एवं स्वर्णिम आभा वाले राजमहल में विराजे बाबा श्याम की मनमोहिनी छवि भक्तों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। अवसर था श्री श्याम ज्योत मंडल के 41वां श्री श्याम निशानोत्सव और पुण्य स्थल बना ऐशबाग के तिलकनगर स्थित महाराजा अग्रसेन पार्क। भजन संध्या से पूर्व आचार्य संतोष शास्त्री, गिरिजाशंकर के नेतृत्व में 11 पुरोहितों ने सर्वप्रथम विघ्नहर्ता गणेश पूजन कर सकुशल कार्यक्रम संपन्न कराने के लिए गणेश का आवाहन किया। तत्पश्चात बाबा श्याम की दिव्य ज्योत का प्रज्वलन हुआ।

राज श्री म्यूजिकल समूह के साथ हिसार हरियाणा से आये विजय मोहन एवं मंडल सदस्यों ने बाबा श्याम की आरती एवं वंदना की। विजय मोहन ने बाबा श्याम को बुलाते हुए कहा- ‘आओ पास हमारे, अजी बैठो म्हारे सागे, की जी न लगे’, ‘कीर्तन की है रात, बाबा आज तुमको आना है’ जैसे सुंदर-सुंदर भजनों से बाबा के चरणों में प्रथम पुष्प अर्पित किया। मीडिया प्रभारी अनुपम मित्तल ने बताया कि श्री श्याम निशानोत्सव में पहली बार उज्जैन, कोलकाता, महाराष्ट्र के 50 कलाकारों के द्वारा महाशिवरात्रि पर्व पर शिव पार्वती का फ्यूजन नृत्यों की श्रृंखला एवं महाआरती का आयोजन किया गया। शहनाई सांवरे के अगले सोपान में नई दिल्ली के शीतल पाण्डेय ने अपनी ओजस्वी वाणी में ‘ना देना चाहे कुबेर का धन, मगर सलीका सहूर देना, उठा के सर जी सकूं जहां में, बस इतनी इज्जत जरूर देना’ जैसे भजनों की सरिता प्रवाहित की।

कोलकाता के संजय शर्मा ने अपनी खनकती अवाज में ‘होली आयी होली आयी होली आयी, मस्ती छायी मस्ती छायी मस्ती छायी’ एवं ‘चुप क्यों बैठयो हो बाबा, बोलो तो कुछ तो बोलो’ जैसे फागुन के मस्ती भरे भजनों पर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। श्याम भक्ति सागर में डूबे हुए भक्तों ने बाबा के भजनों पर खूब थिरके एवं रंग बिरंगे फूलों की होली खेल फागुन की मस्ती में हिलोरे लेकर आनंदित हुए। 80 फिट चौड़े तथा 50 फिट ऊंचे स्वर्ण राजमहल में कलयुग के अवतारी बाबा श्याम का अवतरण हुआ। 

श्याम दरबार की दीवारों पर देवी-देवाताओं की आकृतियां और पंडाल को रंग-बिरंगे एलईडी लाइटों से सुशोभित किया गया था। श्याम प्रेमियों के लिए विशेष रूप से 360 डिग्री एवं सेल्फी विद श्याम संग का सेल्फी प्वाइंट बनाया गया था। जहां भक्त फोटो खिंचवाकर तुरंत अपनी मेल पर प्राप्त कर लेते थे। निशानोत्सव का संजीव प्रसारण फेसबुक ssjmlko एवं यूट्यूब तथा बांसुरी चैनल पर किया गया।

गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर कोलकाता के आसिम मत्या ने विशालकाय श्याम दरबार निर्माण कर अपनी कार्य कुशलता का परिचय दिया। रंगबिरंगी एलईडी रोशनी से जगमगाता हुआ पंडाल तलवार टेंट के अमन तलवार तथा अग्रवाल इलेक्ट्रिकल्स के घनश्याम अग्रवाल ने कोलकाता के एलईडी पैनलों एवं श्याम तोरणद्वार पर बाबा श्याम के प्रसंगों एवं देवी देवताओं के चित्रों को खूबसूरती से एलईडी पैनलों पर उकेरा गया था। विद्या नंद अवस्थी के अवस्थी साउंड से शहनाई सांवरे की भजन संकीर्तन गुजयमान हुई। इन सभी भक्तों ने बाबा के चरणों अपनी सेवा समर्पित की। इस अवसर पर अध्यक्ष श्रवण अग्रवाल, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र अग्रवाल, संरक्षक भारत भूषण, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, सुरेश कंछल, सदस्य मुकेश अग्रवाल, सचिन कंछल, मोती कंछल, सक्षम, मोहित, निश्चल, श्रेयस, राजरानी अग्रवाल, साक्षी एवं श्याम भक्त मौजूद थे। 9 मार्च को फतेहाबाद के परविंदर पलक, कानपुर से कुमार मुकेश ग्रुप, मास्टर तरंग बाबा श्याम के भजनों से भक्तों को समोहित करेंगे।