लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आंचलिक विज्ञान नगरी द्वारा हर्बल एवं सुगन्धयुक्त पदार्थ बनाने की विधि पर आधरित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 30 महिलाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला के शुरूआती परिचय में प्रतिभागियों को बताया गया कि आज सारी दुनिया में हर्बल उत्पादों को लेकर होड़ मची हुई है।
गृहणियों व कार्यकारी महिलाओं के लिए एक दिवसीय इस कार्यशाला में हर्बल सोप, शैम्पू, लिपस्टिक, तेल, क्रीम, फेस-पैक्स, ऐलोवेरा जेल, फेसवाश आदि को बनाने की विधि साथ साथ यह भी बताया गया कि अक्सर हर्बल सौंदर्य प्रसाधनों में बेस मैटेरियल कोई न कोई रसायन अवश्य होता है। साथ में पेड़-पौधों के उद्धरण (Extract) मिलाकर उसे हर्बल घोषित कर दिया जाता है। कई ऐसे उत्पादों में प्रिजरवेटिव जैसे सोडियम बाई कार्बोनेट मिलाया जाता है, जबकि शैम्पू आदि में सोडियम लारिल सल्फेट जो झाग देता है।
तेलों में चिपचिपाहट कम करने के लिए मिनरल आयल मिलाया जाता है। सभी साबुन कास्टिक सोडा व वनस्पति तेलों से बनते हैं। वाशिंग पाउडर पूर्णतया हर्बल हो ही नहीं सकता। घर पर पूर्णतया सुरक्षित हर्बल सौन्दर्य प्रसाधन बनाने के साथ बाजार के केमिकलयुक्त घातक प्रसाधनों में पाए जाने वाले रसायनों की भी विधिवत जानकारी दी गयी कार्यक्रम के अंत में ‘किचेन केमिस्ट्री’ विषय पर पर प्रायोगिक व्याख्यान के साथ विज्ञानं फिल्म प्रदर्शन का भी आयोजन किया गया।