लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। चारबाग में चल रहे लखनऊ पुस्तक मेले में गुरुवार को वसुंधरा फाउंडेशन द्वारा “गांधी दर्शन और महिला सशक्तीकरण” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वहीं स्वर्गीय मनोज अग्रवाल चांदवासिया की पुस्तक “मृगनयनी” का लोकार्पण भी हुआ।
मुख्य अतिथि पद्मश्री डा. विद्या बिन्दु सिंह ने गांधी दर्शन में महिला के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने वसुन्धरा फाउंडेशन द्वारा सभी अतिथियों को हाथ से काते सूत की माला पहनाने की पहल की भूरि भूरि प्रशंसा की। मुख्य वक्ता आन्नद वर्धन सिंह ने कहाकि महिला सशक्तीकरण की असली कसौटी है कि हम अपने घर परिवार में महिलाओं की स्थिति का आकलन करें। वरिष्ठ साहित्यकार अखिलेश श्रीवास्तव चमन एवं पंकज प्रसून ने बापू द्वारा महिलाओं को स्वतंत्रता संग्राम में जोड़ने और उन्हें सार्वजनिक जीवन मे शामिल करने के सकारात्मक परिणाम के बारे में बताया।
वसुंधरा फाउंडेशन की सचिव मीनू श्रीवास्तव ने बताया कि संस्था का मूलमंत्र गांधी जी के कहे अनुसार समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचने का प्रयास करना है। संयोजक राकेश श्रीवास्तव ने सभी का आभार प्रकट किया। गोष्ठी में उमेश कुमार सिंह, राहुल सिंह, आलोक सिन्हा, सुनील कुमार निगम, रविन्द्र गांधी, रामनारायण, शशिधर, सरल मालवीय आदि उपस्थित रहे।