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पुस्तकों के संसार में अनाथालय के बच्चों ने दिया ये संदेश

अनेक स्टालों पर है साहित्य कला संस्कृति की किताबें 

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। चारबाग स्टेशन के सामने रवीन्द्रालय लान में चल रहे लखनऊ पुस्तक मेला पाण्डाल में बुधवार को आम पाठक और पुस्तक प्रेमियों के बीच अनाथालय के बच्चों-युवाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों संग पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया। मेले में कल जहां विधानासभाध्यक्ष सतीश महाना पुस्तकों का विमोचन करेंगे, वहीं साहित्य कला संस्कृति की थीम पर आधारित मेले जलरंग वित्रों की विशिष्ट वाश शैली का चार दिवसीय प्रशिक्षण भी प्रारम्भ हो जायेगा। 

पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने में सरकारी प्रतिष्ठानों की भूमिका अहम है। आम प्रकाशन जहां बिक्री की दृष्टि से किताबें प्रकाशित करते हैं, वहीं सरकारी प्रतिष्ठान भाषायी संस्कार, संस्कृति और विषयानुकूल पुस्तकों के प्रकाशन को महत्व देते हैं। मेले में प्रकाशन विभाग भारत सरकार, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी, नेशनल काउंसिल फार प्रमोशन आफ उर्दू लैंग्वेज नई दिल्ली की इतिहास, संस्कृति, परम्पराओं, लोक साहित्य, प्रमुख हस्तियों और साहित्य की विविध पुस्तकें हिन्दी, अंग्रेजी और उर्दू में हैं। आम तौर पर मेले में हर पुस्तक पर 10 प्रतिशत छूट है, पर इन स्टालों में किताबों पर अधिक छूट मिल रही है। मेले में आज राज्यसभा सांसद ब्रजलाल ने भी भ्रमण किया। उनकी दो किताबों का विमोचन मेले में नौ मार्च को होना तय है। 

मेला मंच पर आज विश्वम महोत्सव के अंतर्गत वासुदेव डिग्री कालेज के विद्यार्थियों पूजा, सारिका व वर्षा ने गीत प्रस्तुत किये तो मुस्कान और हिमांशी ने नृत्य, अक्षत शर्मा ने गिटार के साथ मधुर गीत गाया। इसी क्रम में विभिन्न श्रेणियों के बच्चों और जोखिम वाले युवाओं के पुनर्वास केंद्र डान बास्को असायलम मोहनलालगंज के अली मुहम्मद, सतेंद्र कुमार, अमन विजेता, अंकित, विवेक, विष्णु बहादुर, अमित जैसे बच्चे और युवा निदेशक फादर बिमल केरकेट्टा के संग पुस्तक मेला भ्रमण पर आए और मंच पर गीत संगीत भरी अपनी मनोरंजक और जागरूकता भरी प्रस्तुतियां दीं। कविता लोक के कार्यक्रम में काव्य समारोह के साथ काव्य समस्या पूर्ति निवारण भी हुआ। आचार्य ओम नीरव के निर्देशन मे चालीस से अधिक साहित्यकारों ने आयोजन में प्रतिभाग किया। छ्न्द, मुक्तक, कुण्डलियां आदि का लेखन करने वालों को त्रुटियां समझायी गयीं और सुधार बताया गया। समस्या पूर्ति शिरोमणि सम्मान मधु दीक्षित के संग सुधा रविन्द्र इतयादि विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। नव सहानुभूति की ओर से आयोजित काव्य गोष्ठी में श्रृंगार, आध्यात्मिक, हास्य और अन्य रंगों की रचनाओं का पाठ किया। 

निःशुल्क प्रवेश वाले मेले में हर किताब पर कम से कम 10 प्रतिशत की छूट मिल रही है। यह मेला फोर्स वन बुक्स के साथ विश्वम फाउण्डेशन, ओरिजिन्स, ट्रेड मित्र और ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन आदि के सहयोग से हो रहा है।  

07 मार्च के कार्यक्रम

पूर्वाह्न 11ः00 बजे  युवाओं के कार्यक्रम

मध्याह्न 12ः00 बजे श्रीनिवास त्रिपाठी की पुस्तक कोरोना विषाणु व केपीएस वर्मा की पुस्तक कुछ टूटने की आवाज़ पर चर्चा 

दोपहर 12ः30 बजे डा.राही मासूम रजा एकेडमी का कार्यक्रम

अपराह्न 1ः45 बजे  वसुंधरा फाउंडेशन की ओर से पुस्तक मृगनैनी का लोकार्पण व गांधी दर्शन और महिला सशक्तिकरण पर चर्चा

अपराह्न 2ः00 बजे वसुंधरा फाउंडेशन का कार्यक्रम 

अपराह्न 2ः00 बजे वाश शैली की चित्रकला कार्यशाला (मंच से अलग)

अपराह्न 3ः00 बजे श्रीधर शुक्ल व मनीष शुक्ल की पुस्तक का लोकार्पण 

शाम 4ः00 बजे विद्योत्तमा फाउण्डेशन की ओर से काव्य गोष्ठी 

शाम 6ः30 बजे अभा साहित्य परिषद की संगोष्ठी