गोरखपुर (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। अम्बिका मैरिज हाल में पसमांदा मुस्लिम सम्मेलन को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा पश्चिम उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष व अखिल भारतीय पसमांदा मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष जावेद मलिक ने सम्बोधित करते हुए कहा कि अभी तक किसी भी प्रधानमंत्री ने पसमांदा मुसलमानों की सुध नहीं ली। नरेंद्र मोदी भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने पसमांदा मुसलमानों के दर्द को समझा। राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े हुए पसमांदा मुसलमानों को सभी राजनीतिक दलों ने अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। पसमांदा मुसलमानों को उनके हाल पर छोड़ दिया। भाजपा ही सच्चे अर्थों में पसमांदा मुसलमानों की हितैषी साबित हुई है।
जावेद मलिक ने कहा कि आज पसमांदा मुसलमान हाशिये पर आ चुका था पर जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाज को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है तबसे पसमांदा समाज का भरोसा पीएम में और गहरा हुआ है। आजादी के बाद से पिछले सत्तर साल में देश व प्रदेश में कांग्रेस, सपा समेत अन्य विपक्षी दलों ने पसमांदा मुस्लिमों को गुमराह किया है। इन दलों ने अपने फायदे के लिए मुस्लिम समाज का भरपूर इस्तेमाल किया है। सिर्फ वोट बटोरने के लिए मुस्लिम समाज को गुमराह किया जाता है। अब सही समय है अपने खोए हुए राजनीतिज्ञ सम्मान को वापस लाने का, पिछड़ेपन को दूर करने का, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकार ने बिना भेदभाव किए सबका साथ सबका विकास का नारा देते हुए पिछड़े मुस्लिम समाज को सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाते हुए पिछड़ेपन को दूर करने का काम किया है। जावेद मलिक ने कहा कि पसमांदा मुस्लिम समाज को अब किसी विपक्षी दल के बहकावे में नहीं आना है। यह पार्टियां सिर्फ़ गुमराह करके अपने फायदे के लिए मुस्लिम समाज का इस्तेमाल करते हैं और अपनी राजनीतिज्ञ रोटियां सेकते हैं। ये दल कभी भी आपके पिछड़ेपन को दूर नहीं कर सकते हैं। इन दलों को सिर्फ आपकी वोट चाहिए उसके बाद मुस्लिम समाज को भूल जाते हैं। मोदी सरकार ने बिना भेदभाव के मुस्लिम समाज को मुफ्त राशन, मुफ्त घर, मुफ्त शौचालय और पाँच लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी है।