ग्रीन एनर्जी बिजनेस कॉन्क्लेव 2024 का हुआ आयोजन
IIA यूपी में 15 औद्योगिक क्षेत्रों को करेगा सौर ऊर्जा युक्त : नीरज सिंघल
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) द्वारा मरकॉम इण्डिया और यूपीनेडा के सहयोग से शुक्रवार को आईआईए भवन, विभूतिखण्ड गोमतीनगर में ग्रीन एनर्जी बिजनेस कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। कान्क्लेव का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि मौजूद महेश कुमार गुप्ता (आईएएस, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा विभाग उत्तर प्रदेश) ने किया। अनुपम शुक्ला (आईएएस, डायरेक्टर यूपीनेडा) कार्यक्रम में बतौर विशिष्ठ अतिथि उपस्थित थे। कान्क्लेव में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 150 उद्यमियों द्वारा भाग लिया गया जो अपनी फैक्ट्रीयों में सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित करना चाहते है, सौर ऊर्जा तथा दायो एनर्जी के क्षेत्र में बिजनेस की संभावनाएं और सौर ऊर्जा उपयोग के विभिन्न विकल्पों की जानकारी और फाइनेंस की आप्शन तलाश रहे है।
कान्क्लेव में विशेषज्ञों के रूप में टाटा पावर लिमिटेड, अडानी सोलर, दिये इन्वर्टर, एमपेरा एनर्जी, सात्विक सोलर, कैंडी सोलर, क्रेडिट फेयर, टू पॉवर अर्थिग, ग्रीन फलेम, आरएवीसी सोल्यूशन प्रा०लि० तथा यूपीनेडा के प्रतिनिधियों ने प्रतिभागियों को सम्बोधित किया और उनके प्रश्नों के उत्तर दिये। कान्क्लेव में एक मिनी प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें 15 सोलर कम्पनियों ने अपने विशिष्ठ उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया।
कान्क्लेव के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि महेश कुमार ने बताया कि जब से प्रदेश सरकार द्वारा नई सौर ऊर्जा नीति-2022 तथा बायो एनर्जी पॉलिसी -2022 प्रख्यापित की है तब से सौर ऊर्जा में उत्साहवर्धक निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए है जिनमें से लगभग 16 प्रतिशत प्रस्ताव धरातल पर फलीभूत भी हो चुके हैं। श्री गुप्ता ने आईआईए और कान्क्लेव में उपस्थित उद्यमियों से आव्हन किया कि वे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर और वायो एनर्जी हाइब्रिड ऊर्जा उत्पादन सयंत्र स्थापित करें जिसकी अपार संभावनाएं है।
आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें इण्डस्ट्रीज को डीकार्बोनाइजेशन की ओर ले जाकर उनको कार्बन केडिट का लाभ दिलाना है। इसके लिए आईआईए द्वारा निर्णय लिया है कि उत्तर प्रदेश में 15 औद्योगिक क्षेत्रों में सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित करने के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इस अभियान का शुभारम्भ आईआईए द्वारा शामली औद्योगिक क्षेत्र से कर दी है। जहाँ पर आईआईए सदस्यों द्वारा 8.5 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित किये जा रहे है। अभी तक आईआईए द्वारा कराये गये सर्वे के अनुसार सदस्यों ने 28 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की है। इस प्रयास में आईआईए, यूपीनेडा के साथ मिलकर विभिन्न जिलों में वर्कशाप का आयोजन भी कर रहा है। अब तक 6 ऐसी वर्कशाप का आयोजन भी कराया जा चुका है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में सौर ऊर्जा उत्पादन की अपार संभावनाएं उपलब्ध है। केवल यूपीसीडा के 154 औद्योगिक क्षेत्रों में 46660 एकड़ भूमि पर उद्योग स्थापित है यदि इस भूमि के 25 प्रतिशत क्षेत्र पर भी रूफ टॉप सोलर संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य रखा जाए तो हमें 11000 एकड़ क्षेत्रफल उपलब्ध होगा। जिसमें कई गीगावाट सोलर पावर का उत्पादन सम्भव है।
इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए श्री सिंघल ने सुझाव दिया कि सोलर ओपन एक्सेस की सीमा 100 किलोवाट तक घटाई जाए जो अभी 1 मेगावाट है। सूक्ष्म स्तर के उद्योगों को नेट मीटरिंग की सुविधा प्रदान की जाए और उन्हे घरेलू उपभोक्ताओं की तरह सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए सब्सिडी दी जाए।उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा उत्पादन और उपयोग के लिए वर्चुअल नेट मीटरिंग व्यवस्था लागू की जानी चाहिए जैसा दिल्ली सरकार द्वारा किया गया है।
डायरेक्टर यूपीनेडा अनुपम शुक्ला ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी सरकारी भवनों तथा शिक्षण संस्थानों में सौर ऊर्जा संयन्त्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। जिसके लिए नेटमीटरिंग व्यवस्था लागू कर दी गई है और रेस्को माडल पर भी सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये जा रहे है। श्री शुक्ला ने कहा कि सौर ऊर्जा संयन्त्र स्थापित करने के लिए प्रक्रियाओं का भी सरलीकरण कर दिया गया है। उपभोक्ताओं को जो परेशानियों वर्तमान में हो रही थी वे आने वाले समय में अब नही होंगी।
कान्क्लेव के शुभारम्भ के मौके पर आलोक अग्रवाल (महासचिव आईआईए) ने मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि, विशेषज्ञों, प्रायोजकों तथा प्रतिभागियों का स्वागत किया। तारिक हसन नकवी (चेयरमैन आईआईए रिन्यूवेवल एवं वायोएनर्जी कमेटी) ने प्रतिभागियो को कान्क्लेव की रूपरेखा के बारे में बताया। अवधेश अग्रवाल (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष आईआईए द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव रखते हुए अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेट किये गये। कॉन्क्लेव के कार्यक्रम का संचालन प्रिया संजय (प्रबन्ध निदेशक मरकाम इण्डिया) द्वारा किया गया।