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अमृतलाल नागर के व्यक्तित्व पर की चर्चा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। कथा रंग फाउंडेशन लखनऊ व संचित स्मृति न्यास के संयुक्त तत्वावधान में अमृतलाल नागर की पुण्यतिथि की पूर्वसंध्या पर विशेष कार्यक्रम पारूल्स ग्रामोफोन, विकासखंड, गोमतीनगर में आयोजित किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. विद्याविंदु सिंह व विशिष्ट अतिथि डॉ. राकेश तिवारी उपस्थित रहे। दीप प्रज्वलन, सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। स्वागत में लखनऊ के चित्रकार ललिता पांडेय द्वारा हस्त निर्मित पेंटिंग अतिथियों को भेंट की। उसके बाद अमृतलाल नागर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

मुख्य वक्ता डॉ. राकेश तिवारी से कथारंग की अध्यक्ष नूतन वशिष्ठ ने नागर जी के व्यक्तित्व पर वार्ता की राकेश तिवारी ने नागर जी से जुड़ी अन्यान्य स्मृतियां साझा की व उनके व्यवहार से जुड़े कई किस्से साझा किए। मुख्य अतिथि डॉ. विद्याविंदु सिंह से डॉ. अपूर्वा अवस्थी ने नागर जी के कृतित्व पर वार्ता की, जिसमें नागर जी की कहानियों के पात्रों पर उनके लेखन के आसपास के परिदृश्य पर चर्चा की। कार्यक्रम में नरेन्द्र कुमार वर्मा की पुस्तक अंजुरी भर धरोहर का लोकार्पण किया गया। 

कार्यक्रम में अमिता पाण्डेय ने नागर जी की कहानी ‘नन्हे खरगोश’ का वाचन किया। पुनीता अवस्थी ने नागर जी का संस्मरण ‘आईने के सामने’ प्रस्तुत किया। सोम गांगुली व अनुपमा शरद ने 7 वर्ष के फिल्मी अनुभव पर प्रकाश डाला। कनिका अशोक ने ‘शरद के साथ बिताया कुछ समय नामक’ संस्मरण प्रस्तुत किया।

अंत में कथा रंग की सचिव अनुपमा शरद ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ अवधी लेखक राम बहादुर मिशिर, वरिष्ठ पत्रकार रजनीकांत वशिष्ठ, अशोक बनर्जी, मुकुल मिश्रा, जयश्री कुलभास्कर, सीमा, अमरेंद्र सहाय, स्नेहलता, कहानी लेखक अलका प्रमोद, पप्पू अवस्थी, डॉ. सुमन मिश्र, पारुल शर्मा, अर्चना मिश्रा, सोम गांगुली, उषा बनर्जी, अनमोल मिश्रा, द्वारिका नाथ पांडेय, कौंतेय जय आदि उपस्थित रहे।

अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए शाखा बंदोपाध्याय ने कहाकि नागर जी की स्मृतियां अनंत हैं ऐसे ही कार्यक्रमो के माध्यम से हम उनके कृतित्व व्यक्तित्व पर चर्चा करते रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन अपूर्वा अवस्थी ने किया।