लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। त्योहारी सीजन में राज्य स्तरीय मृगनयनी हस्तशिल्प एवं हथकरघा प्रदर्शनी 2024 का आयोजन मध्य प्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम भोपाल द्वारा ललित कला अकादमी अलीगंज में किया जा रहा है। वैसे तो 12 दिवसीय प्रदर्शनी 21 फरवरी को ही शुरू हो गई थी लेकिन इसका विधिवत शुभारंभ गुरुवार को महिला कल्याण विभाग की सचिव बी चंद्रकला (IAS) ने किया।
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उन्होंने प्रदर्शनी में लगे स्टालों का भ्रमण किया और मध्य प्रदेश सरकार के इस प्रयास को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि इससे हस्तशिल्पियों को आर्थिक लाभ मिलने से उनकी जीविका चलती रहेगी और उन्हें अपनी कला को आगे बढ़ाने में सहयोग भी मिलेगा।
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संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम भोपाल द्वारा 21 फरवरी से 3 मार्च तक भव्य स्तर पर राज्य स्तरीय हस्तशिल्प एवं हथकरघा प्रदर्शनी मृगनयनी में करीब 40 शिल्पी अपनी स्वनिर्मित कलाकृतियो का प्रदर्शन सह विपणन कर रहे हैं।
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प्रदर्शिनी के प्रभारी एमएल शर्मा ने बताया कि 1930 के दशक की रेशम, किनार, चन्देरी, मसलिन, कॉटन साडियों, देवी अहिल्या बाई होल्कर नगरी की महेश्वर साडियों, मध्यप्रदेश का विशेष बाग प्रिंट, जिरो 12 जड़ी बूटियों से प्रिंट किया गया है। पंच धातु बेल मेटल की मूर्तियों एवं शिफान मलबरी, केप तथा कोसा एवं इंडिगो प्रिंट की साड़ियाँ, हथकरघा की चादरे, एक जिला एक उत्पाद, चंदेरी, जुट, जरी, जरदोजी, लकड़ी के खिलौने, बाग बटीक सहित अन्य मनभावन हथकरघा एवं हस्तशिल्प उत्पादन भी मौजूद हैं।
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उन्होंने बताया कि प्रदर्शिनी में बुनकर शिल्पी चौपाल, बुनकरो की कार्यशाला के आयोजन के साथ जरी जरदीजी के व्याख्यान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, शहनाई वादन एवं अन्य सास्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है। मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम का मुख्य उद्देश्य मृगनयनी के माध्यम से बुनकर शिल्पियों को व्यापार एवं रोजगार का मंच उपलब्ध कराना है।