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उत्तर प्रदेश महोत्सव 2024 : पंजाबी व राजस्थानी झलक संग दिखी सतरंगी संस्कृति

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। सृजन फाउंडेशन द्वारा आयोजित 21 दिवसीय “8वें उत्तर प्रदेश महोत्सव 2024” के दूसरे दिन गुरुवार को कलाकारों ने उत्तर प्रदेश ही नहीं पंजाब से लेकर राजस्थानी गीतों के माध्यम से नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियां दी। जानकीपुरम विस्तार 60 फिटा रोड स्थित, भुइयन देवी मंदिर के पास बंधुजी उत्सव वाटिका में चल रहे महोत्सव में लोग हस्तशिल्प, झूले और खानपान का भी आनंद ले रहे हैं।

हनुश्री ट्रस्ट की प्रमुख रागिनी पूजा जायसवाल के मार्गदर्शन में कलाकारों ने भारत की सतरंगी संस्कृति अपने नृत्य कौशल के माध्यम से गुलदस्ते के रूप में पेश की। शाम्भवी गुप्ता ने “घर मोरे परदेसिया” और वैभवी गुप्ता ने “रंगीलो म्हारो ढोलना” के बाद शाम्भवी-वैभवी ने “बन ठन चली” पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। मानुषी पाण्डेय ने “कान्हा सो जा जरा” पर प्रभावी नृत्य कर तालियां बटोरीं। अनिका गुप्ता की नृत्य प्रस्तुति के बाद मिष्ठी सिंह ने पंजाबी मिक्स और “छोटी सी उमर में लग गया रोग” पर सुंदर नृत्य किया। 

सृजन फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. अमित सक्सेना ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत उत्तर प्रदेश दिवस के उपलक्ष्य में कराई गई थी। इस साल के महोत्सव की थीम तम्बाकू और नशा मुक्ति के साथ इको फ्रेंडली जीवन को अपनाना है। इस अवसर पर राजेश राज गुप्ता, डॉ. अर्चना सक्सेना, पंकज तिवारी, रोमा श्रीवास्तव, शैलेन्द्र मोहन, अजय यादव, शशिमोहन शिवहरे, दिव्या शुक्ला, राकेश कुमार पांडेय, संजीव सक्सेना, मंजूषा श्रीवास्तव, अनूप सक्सेना, दिनेश कुमार वर्मा और सुनीति गुप्ता उपस्थित रहे।

इस महोत्सव में वोकल फ़ॉर लोकल पर जोर देते हुए हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। उसमें आगंतुकों ने दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुएं, खादी, सिल्क से बने वस्त्र, घरेलू साज-सज्जा का सामान, लकड़ी पर कारीगरी की हुई वस्तुएं, खिलौने, मिट्टी के बर्तन, आयुर्वेद चिकित्सा और आभूषण के स्टॉल सहित झूले और खानपान का लुत्फ उठाया। डॉ. अमित सक्सेना के अनुसार महोत्सव के तहत दोपहर दो से शाम चार बजे के बीच प्रतिदिन कार्यशालाओं के माध्यम से संवाद स्थापित कर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। शाम चार बजे से साहित्यिक सत्र के तहत कवि सम्मेलन-मुशायरा ही नहीं पुस्तक विमोचन का भी आयोजन किया जा रहा है। शाम छह बजे से नृत्य और संगीत के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसके साथ ही सम्मान समारोह फैशन शो अन्य आकर्षण रहेंगे।