लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। 68वां वार्षिक इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन (आईओए) आईओए कॉन्फ्रेंस 2023 का सफल आयोजन एकाना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में संपन्न हुआ। जिसमें विशेषज्ञों ने ऑर्थोपेडिक इलाज में अत्याधुनिक तकनीक के प्रयोग के संभावित लाभों पर प्रकाश डाला और ऑर्थोपेडिक रोगियों के इलाज को बेहतर करने की प्रतिबद्धता दर्शायी।
इस मेगा इवेंट में दुनिया भर से लगभग 7000 ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञों ने विशेषज्ञता का आदान-प्रदान किया और नवीन विचारों को साझा किया। साइंटिफिक कॉन्फ्रेंस में भारत और दुनिया भर के प्रतिष्ठित वक्ताओं द्वारा संगोष्ठी, केस चर्चाएं और निर्देशात्मक व्याख्यान शामिल थे। सम्मेलन का उद्देश्य विशेषज्ञों के बीच विचारों के आदान प्रदान को सुलभ बनाना, आपसी सहयोग को बढ़ावा देते हुए नवीनतम अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान और प्रौद्योगिकी पर ज्ञान साझा करना रहा।
अंतिम दिन के एजेंडे में वैज्ञानिक विचार-विमर्श, समापन समारोह और आम सभा की बैठक शामिल थी। इन सत्रों के दौरान, आईओए ने बड़े राज्यों के लिए आईओए प्रेसिडेंट प्रशंसा प्रमाणपत्र के साथ उत्तर प्रदेश चैप्टर के प्रयासों को मान्यता दी, विशेष रूप से 1-7 अगस्त, 2023 तक उनके बोन और ज्वाइंट डे समारोह की सराहना की गई।
आईओए कॉन्फ्रेंस 2023 के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ. संजीव अवस्थी ने सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “इस सम्मेलन ने वैश्विक सहयोग के लिए एक मंच प्रदान किया, जिससे पेशेवरों को अपने अनुभव और ज्ञान साझा करने और आर्थोपेडिक देखभाल की उन्नति में योगदान करने में सक्षम बनाया गया।”
अपोलोमेडिक्स अस्पताल में ऑर्थोपेडिक और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के चेयरमैन डॉ. संजय कुमार श्रीवास्तव ने ऑर्थोपेडिक्स में एआई और रोबोटिक्स की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डाला। डॉ. श्रीवास्तव ने जोर देकर कहा, “इन प्रौद्योगिकियों का संयोजन करने से निश्चित ही रोगी इलाज में बेहतरी हो सकती है, दक्षता में सुधार हो सकता है और कुशल चिकित्सा पेशेवरों की कमी को दूर किया जा सकता है, खासकर ट्रॉमा केयर देखभाल और स्पाइन सर्जरी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में।”
आईओए कॉन्फ्रेंस 2023 के ट्रेजरार डॉ. संतोष सिंह ने उत्तर प्रदेश ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा बोन और ज्वाइंट्स के आयोजन लिए प्रेसिडेंट द्वारा प्रदान किया गया प्रशंसा प्रमाण पत्र और पहला स्थान हासिल करके प्राप्त सम्मान को साझा किया। उन्होंने कहा, “यह उत्तर प्रदेश के आईओए चैप्टर के लिए बड़ी उपलब्धि है, जिसमें इसके सभी सदस्यों का अमूल्य योगदान रहा है।”
आईओए कॉन्फ्रेंस की चर्चाओं ने स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के भीतर चुनौतियों का समाधान करने में प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। विशेषज्ञों ने मुद्दों का निदान करने, वर्चुअल मॉडल बनाने और उपचार परिणामों की भविष्यवाणी करने के लिए एआई और रोबोटिक्स के एकीकरण की वकालत की। सम्मेलन के दौरान भविष्य के डॉक्टरों को प्रशिक्षित करने, चिकित्सा शिक्षा में प्रगति में योगदान देने की उनकी क्षमता पर भी जोर दिया गया।