प्रदेश में एक ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी को बढ़ावा देने हेतु माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के योगदान पर होगी परिचर्चा
लखनऊ (टेलिस्कोप टुडे संवाददाता)। माइक्रोफाइनेंस असोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश (उपमा) का 10वां वार्षिक समारोह 20 नवम्बर को लखनऊ में होगा। इस अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि कुंवर बृजेश सिंह (राज्यमंत्री, उत्तर प्रदेश) और बतौर मुख्य वक्ता एचआर खान (पूर्व गवर्नर भारतीय रिज़र्व बैंक) मौजूद रहेंगे। बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में उपमा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर सिन्हा ने बताया कि इस वार्षिक अधिवेशन में परिचर्चा का मुख्य और अति महत्वपूर्ण विषय “उत्तर प्रदेश में एक ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को सफल बनाने में माइक्रोफाइनेंस कंपनियों का क्या योगदान” होगा। इस कॉन्फ्रेंस में अनेक वित्तीय विशेषज्ञ, माइक्रो फाइनांस कंपनी के सीईओ के साथ साथ नाबार्ड, आरबीआई तथा सिडबी के वरिष्ठ अधिकारीगण भाग लेंगे।
माइक्रो फाइनेंस एसोसिएशन ऑफ़ उत्तर प्रदेश (उपमा ) प्रति वर्ष अपना वार्षिक कार्यक्रम आयोजित करता हैं। संस्था इस वर्ष अपने स्थापना के दस वर्ष भी पूरे कर रही है। माइक्रो फाइनेंस एसोसिएशन ऑफ़ उत्तर प्रदेश की स्थापना 15 दिसंबर 2013 को हुई थी। माइक्रो फाइनेंस संस्थाएं भारतीय रिज़र्व बैंक से रजिस्टर्ड होती हैं तथा समाज के सबसे कमजोर वर्ग को उनके गृह स्थल पर रोजगारपरक ऋण उपलब्ध कराती हैं। एसोसिएशन के साथ समान क्षेत्र में कार्य करने वाली लगभग तीस संस्थाएं जुडी हुई हैं। एसोसिएशन अपने सदस्य संस्थाओं को स्वस्थ एवं पारदर्शी विधि से ग्राहकों को ऋण देने हेतु प्रोत्साहित करती है। साथ ही एसोसिएशन इस बात पर नज़र रखती है कि सभी संस्थाएं भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्रतिपादित नियमों का अक्षरशः पालन करती है। एसोसिएशन सदस्य संस्थाओं के लिए अनेक प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करती है, साथ ही ग्राहकों के लिए भी डिजिटल लिटरेसी तथा वित्तीय साक्षरता जैसे कार्यक्रम आयोजित करती रहती है।
पत्रकार वार्ता में एसोसिएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर सिन्हा के अलावा उत्कर्ष बैंक से बोर्ड सदस्य त्रिलोक शुक्ला, सारथी क्रेडिट केयर से भारत सिंह तथा सोनाटा फाइनेंस से अनूप सिंह भी उपस्थित रहे।