लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे)। वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह ने खुद को एक फर्जी मुकदमे में फँसाए जाने और धमकाकर हस्ताक्षर कराए जाने को लेकर गृहमंत्री से शिकायत कर न्याय माँगा है। इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करने का अनुरोध भी किया है।
गृहमंत्री को भेजे अपने शिकायती पत्र पत्र में वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह ने लिखा है कि दो अक्टूबर 2023 को एक फ़र्ज़ी मुक़दमे की जाँच में शामिल होने के लिए वह दिल्ली के भारत नगर थाने पहुँचे थे जहाँ एसीपी और इंस्पेक्टर ने पूछताछ की और धमकाते हुए कई काग़ज़ों पर हस्ताक्षर कराया। बाद में उनका आईफोन जिसमें एयरटेल सिम था उसे जाँच के नाम पर जब्त कर लिया, लेकिन फोन जब्ती का कोई भी कागज अथवा रसीद उन्हें नहीं दिया है।
वरिष्ठ पत्रकार ने पत्र में आगे लिखा है कि उन्हें आशंका है कि उनके फोन का दुरुपयोग किया जा सकता है। वह यह सब इसलिए आपके संज्ञान में ला रहा हूँ क्योंकि पूछताछ करने वाले अधिकारी एसीपी और इंस्पेक्टर का रवैया काफी उग्र और मारपीट की धमकियों वाला था। बगैर जाँच कंप्लीट हुए किसी को अपराधी मानकर ट्रीट करना बेहद शर्मनाक है। उन्होंने इससे पहले वाली मेल में पुलिस की जाँच में सहयोग करने हेतु थाने पहुँचने और अभी तक एफआईआर की प्रति न मिलने का जिक्र किया है।
यशवंत ने पत्र में कहा कि एससी एसटी एक्ट का फ़र्ज़ी मुक़दमा उन पर किया गया है। जिसने यह एफ़आईआर लिखाया है, उससे आज तक वह नहीं मिले हैं। इसी से समझा जा सकता है कि किस लेवल का फ़र्ज़ी केस है। अभी भी उन्हें एफआईआर की प्रति नहीं दी गई है। फोन भी छीन लिया गया जिसके जरिए फर्जी साक्ष्य गढ़े जाने की उन्होंने आशंका जताई है।
उन्होंने पत्र में कहा है कि इसके पहले आईजीआई एयरपोर्ट पर उनके विरुद्ध फ़र्ज़ी मुक़दमा लिखाया गया। इस मामले की जाँच के लिए दिल्ली पुलिस सीपी को वह ई-मेल भी कर चुके हैं लेकिन अभी तक कुछ हुआ नहीं। यशवंत ने न्याय की उम्मीद कर त्वरित कार्रवाई कर निर्देशित करने की माँग की है।
वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह आईनेक्स्ट और अमर उजाला जैसे प्रतिष्ठित समाचार-पत्रों के सम्पादकीय विभाग में वर्षों अपनी सेवा दे चुके हैं। पिछले कुछ वर्ष से सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म वेबसाइट भड़ास4मीडिया डॉट कॉम पर पत्रकारों के सुख-दु:ख, पत्रकारिता और पत्रकारिता संस्थानों से सम्बन्धित समाचारों को संकलित कर प्रसारित कर रहे हैं। इस पूरे प्रकरण पर और अधिक जानकारी के लिए भारत नगर थाना प्रभारी से सम्पर्क किया गया परन्तु बात नहीं हो सकी।