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उत्तराखण्ड महोत्सव : गोमा तट पर पहाड़ी लोकरंग संग बिखरी अवधी लोक नृत्य की छटा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। पं. गोविन्द बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन में चल रहे उत्तराखण्ड महोत्सव पर सुन्दर ढंग से की गयी साज सज्जा, भव्य स्टेज पर रंगारंग कार्यक्रम – सुरमयी शाम दर्शकों को खूब लुभा रही है। बीच-बीच में छोलिया दल-संस्कृति विभाग देहरादून उत्तराखण्ड के सहयोग से आये उधांचल कला केन्द्र, अल्मोड़ा के कलाकारों ने मेला स्थल पर घूम-घूम कर करतब दिखाये और नृत्य किया। 

दिया महिला सशक्तिकरण का संदेश

सोशल अपलिफ्टमेंट रिसर्च एंड एक्शन (सूत्र) संस्था, कराटे एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश एवं जन शिक्षण संस्थान लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में उत्तराखंड महोत्सव के द्वितीय दिवस पर आत्मरक्षा प्रशिक्षण- स्वालंबन द्वारा महिला सशक्तिकरण की थीम पर विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में युवराज विक्रम सिंह द्वारा तबला वादन किया गया, जिसे बहुत सराहा गया।

कार्यक्रम में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कम्युनिटी रेडियो ‘गूंज’ द्वारा विशेष प्रस्तुति दी गई। विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए जागरूक किया गया, साथ ही यह भी बताया गया कि अपने रोजमर्रा के जीवन में कैसे छोटे-छोटे बदलाव करके आप एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

कस्तूरी सिंह (सचिव कराटे एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश, महिला शाखा) ने कहा कि संस्थान द्वारा मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत बालिकाओं को आत्मरक्षा का निशुल्क प्रशिक्षण सूत्र संस्था के सहयोग से पूरे प्रदेश में प्रदान किया जा रहा है।

कार्यक्रम में नीतीश धवन (राज्य निदेशक, ग्राम उद्योग आयोग, भारत सरकार, श्वेता श्रीवास्तव (अपर पुलिस अधीक्षक), आकांक्षा गुप्ता (मैनेजर, भारतीय रिजर्व बैंक), स्क्वाड्रन लीडर तूलिका रानी, रीना सिंह (चेयरमैन, बीएसएसआईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन), जसपाल सिंह (महासचिव, कराटे एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश), अनिल कुमार श्रीवास्तव (निदेशक, जन शिक्षण संस्थान, लखनऊ) आदि उपस्थित थे। शुभम बलूनी का भी कार्यक्रम में सम्मान किया गया, इस अवसर पर भारी संख्या में युवा उपस्थित रहे।

उत्तराखण्ड महापरिषद के सैनिक प्रकोष्ठ प्रभारी – राजेन्द्र सिंह बिष्ट एवं एसएस सेठी, सुरेन्द्र सिंह पोखरिया, चतुर सिंह रौतेला, कुन्दन सिंह अधिकारी सहित अन्य भूतपूर्व सैनिकों एवं उत्तराखण्ड महापरिषद के पदाधिकारीगणों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर द्वितीय संध्या के कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उत्तराखंड महोत्सव द्वितीय दिवस उत्तराखंड महापरिषद भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान किया। 

महापरिषद के अध्यक्ष हरीश चन्द्र पंत ने सैनिकों की सराहना करते हुये कहाकि अपने जज्बे और वीरता के लिए भारतीय सेना में उत्तराखंड के सैनिकों (गढ़वाल एवं कुमाऊं रेजिमेंट) को जाना जाता है। ऐसे भूतपूर्व सैनिकों का आज सम्मान कर गौरव की अनुभूति हो रही है। इन्होने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देश की रक्षा की एवं मान बढ़ाया।

इस अवसर पर उत्तराखण्ड महापरिषद के मंगल सिंह रावत, गोविन्द बल्लभ फुलारा, हेम चन्द्र सिंह, वीके जोशी, केएस चुफाल, महेश रौतेला, मदन सिंह, भुवन पटवाल, देव सिंह घुघतियाल, मोहन पंत, अशोक असवाल, सुनील कुमार उप्रेती सहित अनेक पदाधिकारीगण उपस्थित थे। महोत्सव का मंच से सुन्दर संचालन जगत सिंह राणा एवं ऑल इण्डिया रेडियो के उद्घोषक – सुरेन्द्र राजेश्वरी द्वारा किया जा रहा है।

मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सिंह कनवाल ने बताया कि महोत्सव स्थल पर विभिन्न स्टालों के साथ-साथ, केके हास्पिटल के स्टाल पर फ्री मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। विविध उत्पाद, आचार, ड्राई फ्रूट, उत्तराखण्ड के स्टाल, फूड कार्नर के साथ-साथ कुमाऊँ ज्वैलर्स के स्टाल पर मन मोहक उत्तराखण्डी ज्वैलरी – नये तथा पुराने डिजाइन के गलोबन्द, नथ, पौजीए, मांग टीका, मंगल सूत्र ऐपण, रंगवाली पिछौड़े मिल रहे है। 

एमे डांस ग्रुप-शुभम के नेतृत्व में स्पेशल एकल परफोरमेन्स भरतनाट्यम, दिव्याशी सिंह कुमाऊँनी नृत्य खूब सराहा गया। भरतनाट्यम ग्रुप द्वारा स्पेशल डांस, गणेश वन्दना, रोमी सिंह, संजय श्रीवास्तव एवं ग्रुप के संजय तथा तनुश्री ने लोक गीत भजन, गजल प्रस्तुत किया। वहीं मंजू श्रीवास्तव के नेतृत्व में धुन बंजारा बसुँरिया दल ने अवधी लोक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शको का मन मोह लिया।

सुनीता बिष्ट द्वारा गाना पायलिया तेरी छम-छम बाजेली में नृत्य दिव्याशी सिंह, रोमी सिंह एवं साक्षी द्वारा उत्तराखण्डी समूह नृत्य प्रस्तुत किया। रीना श्रीवास्तव एवं ममता परवीन के नेतृत्व में डांस एकेडमी द्वारा गंगा अवतरण, दुर्गा भक्ति, उत्तराखण्डी नृत्य प्रस्तुत कर खूब तालियाँ बटोरी। वाइस ऑफ उत्तराखण्ड में गोविन्द बोरा ने भौलि ड्यूटी कमला न्हैजला, हरीश विश्वकर्मा ने वणी गैनी वणी गैनी हिवाली काठी चाँदी की वणी, कु. मानसी बजेठा ने तू लागी रैछा स्वाना तथा पंकज वाणगी ने भल लागुन्दी बानुली तेरा गा कर प्रतियोगिता में अपनी जगह बनाये रखने की भरपूर कोशिश की। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से अंजली खन्ना के नेतृत्व में आये कलाकारो द्वारा भजन एवं सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया।