Thursday , November 14 2024

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए किशोरियों को लगाया गया HPV टीका

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। वात्सल्य और DFY द्वारा एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से “आओ बातें करें” परियोजना आच्छादित 12 शहरी स्लम समुदाय की किशोरियों का सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए HPV टीकाकरण कैम्प एवं पीपल वॉश सॉल्यूशन (LLP) के सहयोग से पोर्टेबल हैंड वाशिंग प्वाइंट (हैप्पी टैप) का शुभारंभ UCHC अलीगंज में किया गया। जिसमें स्लम समुदाय की 47 किशोरियों को सर्वाइकल कैंसर के वैक्सीनेशन लगाए गए। कार्यक्रम का शुभारम्भ रिया केजरीवाल (अपर आयुक्त, वाणिज्यिक कर विभाग) ने किया।

उन्होंने बताया कि यह वैक्सीन न केवल बच्चेदानी के कैंसर से सुरक्षा प्रदान करेगी बल्कि स्तन कैंसर, मुह के कैंसर व अन्य कैंसरों के खतरे को भी कम करेगी। एचसीएल फाउंडेशन के डिप्टी मैंनेजर विनीत सिंह ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से स्लम समुदाय की किशोरियों को स्वास्थ्य को बेहतर करने में बढ़ावा मिलेगा। 

कार्यक्रम को संचालित करते हुए वात्सल्य की मुख्य कार्यकारी डॉ. नीलम सिंह ने कहाकि यह वैक्सीन 9-15 वर्ष कि किशोरियों को 2 डोज (0-6 माह से 12 माह के बीच) और 15 से 46 वर्ष की महिलाओं को 3 डोज (0-2-6 माह के बाद) लगाया जाता है। उन्होंने आशाओं और एएनएम व किशोरियों के साथ सर्वाइकल कैंसर की जागरूकता के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कराया।

उन्होंने बताया कि भारत में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की 511.4 मिलियन महिलाएँ हैं जो सर्वाइकल कैंसर के खतरे में हैं। वर्तमान में प्रतिवर्ष 123907 महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर डायग्नोस होता है और 77348 महिलाओं की मृत्यु हो जाती है। सर्वाइकल कैंसर भारत की 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं के बीच दूसरा सबसे आम कैंसर है। सर्वाइकल कैंसर के 83.2% मामले HPV वायरस कारण होते हैं। डॉ. नीलम सिंह ने बताया कि अनुसंधानों के अनुसार ये पाया गया है कि स्वास्थ्य संस्थानों में हाथ धुलने की आवृत्ति केवल 34% है। इसकी वजह से इन्फेक्शन को बढ़ावा मिलता है। अतः आवश्यक मौकों पर हाथों को धुलना जरूरी है।

यूसीएचसी के अधीक्षक डॉ. सोमनाथ सिंह ने कहा कि कैंसर से बचाव के लिए HPV का टीकाकरण बहुत ही सराहनीय कदम है। उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को समुदाय में काम करने के लिए प्रेरणा मिलती है। इस दौरान एचसीएल फाउंडेशन से कविता, DFY से डॉ. अंशुल, सरोज, प्रीती, टाटा ट्रस्ट से पल्लवी और वात्सल्य से राहुल सिंह व डॉ. अंकित सक्सेना एवं पीपल वॉश सॉल्यूशन से अनुभव उपस्थित रहे।