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टाटा केमिकल्स की मांबट्टू फैसिलिटी को गोल्ड अवार्ड किया गया सम्मानित

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे डेस्क)। टाटा केमिकल्स लिमिटेड के मांबट्टू यूनिट को लखनऊ में आयोजित किए गए 14वें एक्सीड ग्रीन फ्यूचर अवार्ड एंड कॉन्फ्रेंस 2023 में “गोल्ड अवार्ड” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान खाद्य और पेय पदार्थ क्षेत्र में जल प्रबंधन और ऊर्जा दक्षता श्रेणी में प्रदान किया गया है।

मांबट्टू प्लांट में जल और ऊर्जा दक्षता प्रथाओं के ज़रिए किए जा रहे कंपनी के प्रयासों की सराहना के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) में पैदा होने वाले खतरनाक कचरे के निपटान के लिए दो सौर ड्रायर का इंस्टॉलेशन टाटा केमिकल्स की उल्लेखनीय पहलों में से एक है। जिसकी वजह से जमा होने वाले कचरे में 53% की कमी आई है। इसके अतिरिक्त, विनिर्माण प्रक्रिया से स्टीम कंडेनसेट को रिक्लेम करने के लिए एक कंडेनसेट रिकवरी प्रणाली लागू की गई है। कंपनी ने बिजली की खपत को कम करने के लिए बॉयलर सिस्टम में वेरिएबल फ्रीक्वेंसी ड्राइव्स (वीएफडी) भी लगाए हैं।

टाटा केमिकल्स टाटा समूह के प्रोजेक्ट आलिंगन में उल्लिखित विज़न को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है, ऐसा विज़न, जो हमारी पृथ्वी के हरित, टिकाऊ और न्यायसंगत भविष्य को बढ़ावा देता है। हमारे प्लांट्स की रणनीति में संसाधन दक्षता पर ध्यान दिया जाता है, हमारे लक्ष्यों को पाने के लिए उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। मांबट्टू में, दो सौर ड्रायरों की स्थापना से एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट में पैदा होने वाले खतरनाक कचरे में उल्लेखनीय रूप से कमी आई है, जिससे 11 महीनों के भीतर कचरे का उत्पादन 479 मीट्रिक टन से 222 मीट्रिक टन तक घट गया है। मांबट्टू प्लांट में ज़ीरो-लिक्विड-डिस्चार्ज मैकेनिज्म को भी सफलतापूर्वक लागू किया है। 

हरित और अधिक टिकाऊ भविष्य को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध निजी क्षेत्र की संस्थाओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से, यह कार्यकम “एक काम देश के नाम” की एक शाखा, सस्टेनेबल डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया था।