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नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय : टीचर्स संग स्टूडेंट्स ने देखा सीधा प्रसारण

लखनऊ (टेलिस्कोप टुडे संवाददाता)। नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय अलीगंज में बुधवार को विज्ञान संकाय एवं समस्त महाविद्यालय परिवार के सौजन्य से चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का सजीव प्रसारण देखा गया। जिसमें महाविद्यालय की छात्राओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया। महाविद्यालय की प्राचार्य, समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्राएं इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने। कार्यक्रम को प्रारंभ करते हुए महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर अनुराधा तिवारी ने देश के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अथक परिश्रम को नमन किया और छात्राओं को अपने अंदर की वैज्ञानिक क्षमता को विकसित करने हेतु प्रेरित किया।

कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर शरद कुमार वैश्य ने छात्राओं को बताया कि चंद्रयान मिशन की संकल्पना पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेई द्वारा 15 अगस्त 2003 को व्यक्त की गई थी। जिसके क्रम में 22 अक्टूबर 2008 को चंद्रयान प्रथम का प्रक्षेपण किया गया, जिसने चंद्रमा पर जल की उपस्थिति का पता लगाया। 22 जुलाई 2019 को चंद्रयान द्वितीय का प्रक्षेपण किया गया था, किंतु किन्हीं कारणों से यह मिशन अपनी पूर्णता को प्राप्त नहीं कर सका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अदम्य साहस एवं प्रोत्साहन से इसरो के वैज्ञानिकों ने 14 जुलाई 2023 को चंद्रयान-3 का सतीश धवन स्पेस सेंटर श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया। चंद्रमा की ओर यात्रा करते हुए चंद्रयान-3 बुधवार को अपने अंतिम पड़ाव चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफल हुआ। इस ऐतिहासिक पल का सजीव प्रसारण महाविद्यालय की छात्राओं के बीच किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के विज्ञान संकाय के प्राध्यापकों प्रोफेसर शरद कुमार वैश्य, प्रोफेसर कंचन लता, डॉक्टर ज्योति, डॉक्टर पारुल मिश्रा, डॉक्टर राहुल पटेल, डॉ. रोशनी सिंह, डॉक्टर श्रद्धा सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रोफेसर संजय बरनवाल, डा. पूनम वर्मा, डॉक्टर जयप्रकाश, डॉ. राजीव यादव, डीआर विशाखा कमल, डॉ. अरविंद, डॉ. श्वेता भारद्वाज, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. विशाल प्रताप सिंह, डॉ. भास्कर शर्मा, अमित राजशील, राजकुमार वर्मा, सुनील वर्मा, जितेंद्र, कैलाश एवं बलराम सहित महाविद्यालय की छात्राओं ने प्रतिभाग किया।