लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। सीएचसी-पीएचसी पर आने वाले मरीजों का बगैर परीक्षण किए दूसरे अस्पतालों में रैफर न किया जाए। बिना सूचना अनुपस्थित चिकित्साधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। शाम पांच बजे के बाद भी स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सक की तैनाती की जाए। यह निर्देश मंगलवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों को दिए।
एनेक्सी भवन में आयोजित बैठक में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहाकि सभी जिला चिकित्सालयों, सीएचसी, पीएचसी, सब सेंटरों एवं वेलनेस सेंटरों में नार्मस के अनुसार चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल वर्कर्स की अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज की जाए। अगर कोई अधिकारी अथवा कर्मचारी बगैर सूचना दिए अनुपस्थित रहता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि शाम पांच बजे के बाद प्रत्येक सीएचसी में एक चिकित्सक की उपस्थिति जरूर रहे। बिना परीक्षण मरीज को किसी अन्य अस्पताल के लिए रैफर न किया जाए। उन्होंने जिला चिकित्सालय सहित समस्त सीएचसी, पीएचसी, सब सेंटर, वेलनेस सेंटरों में अनिवार्य रूप से जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता के भी निर्देश दिए और कहाकि समय-समय पर स्वच्छता अभियान चलाया जाए।
डिप्टी सीएम ने कहाकि नवनिर्मित सीएचसी को क्रियाशील करने हेतु पदों के सृजन का प्रस्ताव एक सप्ताह के अंदर महानिदेशालय द्वारा शासन को उपलब्ध कराया जाए। संचारी रोगों पर नियंत्रण हेतु प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर उसके क्रियांवयन के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों के माध्यम से किशोरियों को किशोरी योजना के तहत सेनेट्री नेपकिन वितरित किए जाएं। स्कूलों में टीम भेजकर विद्यार्थियों की जांच कराई जाए एवं विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डिजीटल एक्स-रे मशीनों को 90 दिनों में स्थापित किया जाए। बैठक में प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा, समस्त विशेष सचिव, एमडी एनएचएम, एमडी उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन, महानिदेशालय के समस्त निदेशक एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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