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चिकित्सा सेवा का लक्ष्य है मानव जीवन को सुगमता प्रदान करना – राज्यपाल

राज्यपाल ने किया वेलसन मेडिसिटी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन

अंगदान किसी को जीवनदान देने का महत्वपूर्ण साधन है – आनंदीबेन पटेल

राजधानी के निकट 10 जिलों में 100 बिस्तरों वाला अस्पताल खोलेगा वेलसन समूह

लखनऊ। वृंदावन योजना के तहत अमर शहीद पथ पर स्थितवेलसन मेडिसिटी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन रविवार को बतौर मुख्य अतिथि मौजूद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। लसन मेडिसिटी 200 बिस्तरों वाला मल्टी-सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल है जो लखनऊ शहर के लोगों के साथ-साथ लखनऊ-कानपुर राजमार्ग और राज्य भर के अन्य शहरों के आसपास बसे लोगों को विश्व स्तरीय सुविधाएं और गंभीर बीमारियों के दौरान आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि चिकित्सा सेवा का लक्ष्य मानव जीवन को सुगमता प्रदान करना है। चिकित्सा सेवा की अन्य मानव सेवाओं से कोई तुलना नहीं। उन्होंने चिकित्सा संस्थान को बधाई देते हुए अपेक्षा की कि चिकित्सक रोगियों के उपचार में कोई कमी नहीं लायेगें और अस्पताल में आने वाले प्रत्येक रोगी को उत्कृष्ट चिकित्सीय सेवाएं प्रदान करेंगे। उन्होंने कहाकि रोगी के लिए डाक्टर उसका भगवान होता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सीय सुविधाएं यहाँ आने वाले मरीजों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।  

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल नेे प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उपलब्ध चिकित्सीय सुविधाओं की चर्चा करते हुए कहा कि लखनऊ शिक्षा का हब बनने के साथ-साथ अब ‘चिकित्सा हब’ बनने की दिशा में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहाँ अनेक चिकित्सा संस्थाएं हैं जो अपनी विशिष्ट पहचान रखती हैं, जहाँ प्रदेश के ही नहीं, बल्कि अन्य प्रदेशों और यहां तक नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों से भी अनेक लोग उपचार के लिये आते हैं। यहा के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्पर पर प्रसिद्ध केजीएमयू, एसजीपीजीआई, आरएमएल आयुर्विज्ञान संस्थान जैसे चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा केन्द्रों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि लखनऊ में अनेक गम्भीर रोगों का इलाज भी होता है, जिससे यहां के लोगों को अन्यत्र नहीं जाना पड़ता है।

राज्यपाल ने भारत में स्वस्थ चिकित्सा परम्परा की चर्चा भी की और कहाकि हमारे चिकित्सकों में पेशे और स्वास्थ्य सेवा के ढांचे को श्रेष्ठ बनाने की क्षमता और समर्पण है। कम लागत और सस्ती चिकित्सा पद्धति की वजह से हमारे देश को चिकित्सा उपचार के एक प्रमुख केन्द्र के रूप में जाना जाता है। चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा मिलने से कई देशों से चिकित्सा लाभ के लिये रोगी यहां आ रहे हैं। इसको बनाये रखने के लिये युवा चिकित्सकों पर बड़ी जिम्मेदारी है। इसी क्रम में उन्होंने देश और प्रदेश की आबादी को स्वस्थ रखने की दिशा में केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की भी चर्चा की।

राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में अंगदान के महत्व पर जोर दिया और कहा कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के इस युग में अंगदान किसी को जीवनदान देने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण साधन बन गया है। उन्होंने कहा कि अंगदान के पीछे सबसे बड़ी भावना यह होती है कि जाते समय भी किसी की जान बचाई जाए। उन्होंने सुझाव दिया ‘अस्पताल अंगदान और रक्तदान के लिए मुहिम चलाये‘ और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके लिये प्रेरित करे।

राज्यपाल ने स्वस्थ जीवन हेतु मोटे अनाज के सेवन पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इनका सेवन मानव के बेहतर स्वास्थ्य को बनाये रखने में सहायक होते हैं और अनेक बीमारियों से उन्हें बचाते भी हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि अस्पताल आने वाले मरीजों को हफ्ते में कम से कम दो बार मिलेट्स का आहार लेने के लिये प्रेरित किया जाये। इसके साथ ही अस्पताल की कैंटीन में भी मोटे अनाज से बनें व्यंजनों को परोसा जाए। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि अस्पताल में आने वाले हर वर्ग के मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले और धन के अभाव में किसी को इलाज से वंचित ना होना पड़े।

डॉ. शैलेश त्रिपाठी (अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, वेलसन मेडिसिटी सुपर-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल) ने कहा, “कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और न्यूरोलॉजी जैसे विशेष विभागों के अलावा राज्यपाल पल्मोनरी मेडिसिन विभाग से वास्तव में प्रभावित थी, जो ट्यूबरक्लोसिस और फेफड़ों के रोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। विभाग में रोगियों का उपचार भी राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अनुरूप होगा।”

अस्पताल में पांच मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, अत्याधुनिक कैथ लैब, एक गहन देखभाल इकाई यानि आईसीयू, मरीजों के लिए निजी कमरे, एक ब्लड बैंक, वेंटिलेटर और डायलिसिस की सुविधा के साथ-साथ अस्पताल में ही पैथोलॉजी लैब भी है। अस्पताल में कार्डियोलॉजी और कार्डियक सर्जरी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और गैस्ट्रो-सर्जरी, न्यूरोलॉजी और न्यूरोसर्जरी, नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी जैसे सुपर स्पेशलाइज्ड विभाग भी मौजूद हैं जो इन गंभीर बीमारियों से जुड़े इलाज मुहैया कराएंगे।

इस अवसर पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिपिन पुरी, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की निदेशक प्रो. सोनिया नित्यानंद, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया के महाप्रबन्धक शरद चंदक, वेलसन मेडिसिटी के प्रमुख विजय कुमार, वेलसन मेडिसिटी के चेयरमैन डॉ. शैलेश त्रिपाठी, चिकित्सक, अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।