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गोदरेज कैपिटल : GFL ने यूपी में MSME ऋण उपस्थिति का किया विस्तार

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप की वित्तीय सेवा शाखा, गोदरेज कैपिटल ने आज घोषणा की कि उसकी सहायक कंपनी, गोदरेज फाइनेंस लिमिटेड (GFL), ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) के लिए ऋण तक पहुंच बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश में अपनी उपस्थिति को मज़बूत किया है। कंपनी ने लखनऊ, आगरा, कानपुर और वाराणसी में 170 करोड़ रुपये से अधिक की ऋण बुकिंग और 125 करोड़ रुपये का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) हासिल किया है। जिसे 400 से अधिक चैनल भागीदारों के नेटवर्क का समर्थन प्राप्त है।

कंपनी अपनी वर्तमान स्थानों के 75 किमी के दायरे में ग्राहकों को सेवा प्रदान कर रही है। अगले एक वर्ष में नौ अतिरिक्त शहरों – मेरठ, बरेली, प्रयागराज, गोरखपुर, सहारनपुर, गोंडा, इटावा, झाँसी और मुरादाबाद में विस्तार करने की योजना बना रही है। एक मज़बूत पोर्टफोलियो, विवेकपूर्ण अंडरराइटिंग मानकों और मज़बूत उधारकर्ता अनुशासन के समर्थन से, कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 27 तक उत्तर प्रदेश में 500 करोड़ रुपये का AUM हासिल करना है।

मनीष शाह (एमडी एवं सीईओ, गोदरेज कैपिटल) ने मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में कहाकि उत्तर प्रदेश भारत में MSMEs का एक प्रमुख केंद्र है, जहां उद्यमों की सबसे बड़ी सघनता में से एक मौजूद है और जो देश की पंजीकृत इकाइयों का 9 प्रतिशत से अधिक हिस्सा रखता है। यह राष्ट्रीय परिदृश्य में इसकी रणनीतिक महत्ता को दर्शाता है।

राज्य में कंपनी की वृद्धि को एक गतिशील उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन मिला है, जिसे सरकारी पहलों, स्थापित औद्योगिक क्लस्टरों और बेहतर अवसंरचना कनेक्टिविटी से बल मिला है। स्थिर नीतिगत माहौल, उद्यमियों के बढ़ते आधार और ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस में निरंतर सुधार के साथ, इन कारकों ने उत्तर भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते व्यावसायिक बाजारों में से एक के रूप में राज्य की स्थिति को और मजबूत किया है।

उन्होंने बताया कि इस गति को आगे बढ़ाते हुए, कंपनी विभिन्न विकास चरणों में उद्यमों के समर्थन के लिए सुरक्षित और असुरक्षित व्यवसायिक ऋणों का व्यापक पोर्टफोलियो पेश करती है। इसकी पेशकश सुविधा और गति पर आधारित है। तेज़ पात्रता जांच से शुरू होकर AI-संचालित ऋण प्रक्रियाएं पूरे उधार अनुभव को सरल बनाती हैं। ऋण को अधिक सुलभ बनाने के लिए, कंपनी विभिन्न प्रकार की जमानत स्वीकार करती है और न्यूनतम दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है।

ऋण प्रक्रिया को बिना बाधा के डिज़ाइन किया गया है और यह व्यवसाय की आवश्यकता के अनुसार धनराशि निकालने और चुकाने की लचीलापन प्रदान करती है। कंपनी क्लबवन के माध्यम से अपने चैनल इकोसिस्टम में भी निवेश करती है, जो एक समर्पित सदस्यता कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम उन चैनल भागीदारों के योगदान को पहचानता और पुरस्कृत करता है, जो व्यवसाय वृद्धि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

मनीष शाह (एमडी एवं सीईओ, गोदरेज कैपिटल) ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश की विस्तारित अर्थव्यवस्था और मजबूत MSME आधार राज्य को भारत के अगले विकास चरण के केंद्र में रखते हैं और हम यहां दीर्घकालिक अवसर देखते हैं। आने वाले वर्ष में 13 प्रमुख स्थानों तक अपनी भौगोलिक उपस्थिति बढ़ाते हुए, हम मजबूत स्थानीय टीमों और चैनल पार्टनर्स के व्यापक नेटवर्क के निर्माण में भी निवेश कर रहे हैं। यह गहरी उपस्थिति हमें तेज़ और सुगम ऋण यात्राएं प्रदान करने और व्यवसायों को विकास के लिए आवश्यक पूंजी तक अधिक भरोसेमंद पहुंच देने में सक्षम बनाएगी। लोगों, साझेदारियों और प्रौद्योगिकी को एक साथ लाकर, हमारा लक्ष्य ऋण की पहुंच को बेहतर बनाना और क्षेत्र के MSMEs के लिए एक विश्वसनीय साझेदार बने रहना है।’

अपनी प्रमुख समावेशन पहल आरोही के तहत, कंपनी महिला उद्यमियों के लिए विशेष ऋण समाधान प्रदान करती है। जिनमें अनुकूलित उत्पाद और रियायती ब्याज दरें शामिल हैं। आरोही को महिलाओं को कई आयामों में सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उधारकर्ता, कर्मचारी, चैनल पार्टनर और सामुदायिक नेता के रूप में, और यह वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के प्रति गोदरेज कैपिटल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

यह पहल चार प्रमुख स्तंभों वित्तीय समावेशन, समान रोजगार, क्षमता निर्माण और रणनीतिक सहयोग पर आधारित है। जो क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी और प्रभाव को बढ़ाने पर केंद्रित हैं। लॉन्च के बाद से, आरोही ने महिला उद्यमियों को 1,300 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण वितरित किए हैं और अगले पांच वर्षों में 100,000 से अधिक महिलाओं पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे उनके विकास को समर्थन और व्यापक आर्थिक भागीदारी को सक्षम किया जा सके।