“शहीद पितृ श्रद्धा नमन” के माध्यम से देश के ज्ञात-अज्ञात बलिदानी पितरों का तर्पण- श्रद्धार्पण
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। स्वाधीनता संग्राम, विभाजन विभीषिका एवं राष्ट्ररक्षा में बलिदान हुए ज्ञात -अज्ञात असंख्य क्रान्तिवीरों को गोमती तट स्थित शहीद स्मारक पर सामूहिक तर्पण -श्रद्धार्पण कर ‘‘शहीद पितृ श्रद्धा नमन’ अनुष्ठान के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का आयोजन सुमंगलम सेवा साधना संस्थान के राष्ट्रभक्ति जागृति अभियान के तहत कर्तव्या फाउण्डेशन, विश्व पुरोहित परिषद्, लक्ष्य भारत फाउंडेशन, हमराह एक्स एनसीसी कैडेट सेवा संस्थान, लोक संस्कृति शोध संस्थान, अक्षय वट, पूर्व सैनिक सेवा परिषद, जयति भारत परिवार, बिम्ब सांस्कृतिक समिति एवं शहीद स्मृति समारोह समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।

मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयमसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष ने कहा कि ‘‘शहीद पितृ श्रद्धा नमन’’ देश भक्ति जागृति का आधार है। बलिदानी वीर वे महान आत्माएं हैं जिन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन, परिवार और सुखों को छोड़कर राष्ट्र की रक्षा, स्वतंत्रता और गौरव के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। ऐसे बलिदानी वीरों का तर्पण करना, उनके प्रति हमारी कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक है। हमें काकोरी कांड और चौरी चौरा कांड के स्थान पर काकोरी क्रांन्ति और चौरी-चौरा क्रांति शब्द अपने व्यवहार में लाना होगा। स्व का भाव, सामाजिक समरसता, कुटुंब संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, नागरिक अनुसाशन के पञ्च परिवर्तन से ही देश में परिवर्तन आएगा और क्रांतिवीरों के स्वप्नों के संकल्पना का भारत साकार होगा।

विश्ष्टि अतिथि राज्य ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष गिरीश चन्द्र ने कहा कि देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों कि श्रृंखला ने ही देश को स्वाधीन कराया। निहित स्वार्थों और आपसी वैमनस्यता को भुलाकर देश के विकास में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए। देश की युवा पीढ़ी को उन्हें अपना आदर्श मानकर उनके बताये रास्ते पर चलना चाहिए।
अध्यक्षता करते हुए भाजपा मुख्यालय प्रभारी भारत दीक्षित ने कहा कि जिन क्रांतिवीरों की बलिदान की वजह से राष्ट्र जीवन सतत् आलोकित है, उन वीर सपूतों के त्याग, बलिदान व सर्मपण को नमन करना हमारा पुनीत कर्तव्य है। आज हम जिन ज्ञात-अज्ञात शहीद पितरों का श्रर्द्धापण कर रहे हैं। उनका आशीष हमें देश भक्ति और सद्भावना के क्षेत्र में आगे बढ़ायेगा।
अनुष्ठान कार्यक्रम का संचालन करते हुए सुमंगलम परिवार के महासचिव राजकुमार ने कहा कि जिन क्रान्तिकारियों ने अपना प्राणोत्सर्ग करके हमें आजादी दिलायी उनके सपनों का भारत बनाने के लिए हमें देश के लिए जीना चाहिए। तर्पण से युवाओं को राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा मिलता है। युवाओं के मन में बलिदानियों के प्रति आदर उत्पन्न कर यह एहसास दिलाता है कि बलिदानो के कारण ही हम स्वतंत्र और सुरक्षित है। पितरों के तर्पण-वन्दन एवं श्राद्ध के पीछे का भाव अपने पूर्वजो की कृतज्ञता के साथ माता-पिता और बड़ों का सम्मान करने की प्रवृत्ति जाग्रति है।

कर्तव्या फाउंडेशन के महासचिव डॉ. हरनाम सिंह ने राष्ट्रभक्ति जागृत अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि यह शहीद पितरों को तर्पण-वंदन एवम श्रद्धार्पण से ही राष्ट्र भक्ति का भाव जगाकर युवाओ को देश के लिए सर्वस्व समर्पण का भाव जगाया जा सकता है। तर्पण राष्ट्रीय चेतना, एकता और समर्पण की भावना को प्रबल करता है, जो एक समृद्ध और सुरक्षित राष्ट्र के निर्माण के लिए अत्यावश्यक है।
विश्व पुरोहित परिषद् के अध्यक्ष डॉ. विपिन पाण्डेय ने वैदिक विधि से तर्पण कराते हुए कहा कि तर्पण से प्रसन्न शहीद पितरों के आशीष से ही देश में सुख-शान्ति एवं समृद्धि आयेगी। आज हम जिन ज्ञात-अज्ञात शहीद पितरों का श्रर्द्धापण कर रहे हैं।
कार्यक्रम में क्रांतिवीर रामकृष्ण खत्री के सुपौत्र रोहित खत्री, भोजपुरी कवी कृष्णानंद राय, नवयुग कालेज की डॉ. अंजू वार्ष्णेय, शिया पीजी कालेज के अजीत सिंह बागी, भूतनाथ मंदिर के महंत मनोज तिवारी, जयति भारत के अध्यक्ष रविदत्त मिश्रा, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के उपाध्यक्ष कैप्टन इंदल सिंह चौहान, पिछडा वर्ग आयोग के सदस्य लक्ष्मण चौधरी, समाजसेवी सुभाष चन्द्र अग्रवाल एवं अक्षय वट संस्था के अध्यक्ष डॉ. चेत नारायण सिंह को समाजसेवा में सक्रिय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

संस्कृति विभाग के घनश्याम श्रीवास्तव, राज लखन पाल, कृतिका, विजय, अजीत एवं विनय सिंह के संयोजकत्व में देशभक्ति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों कि प्रस्तुति दी गयी। शिया पीजी कालेज की एनसीसी के बटालियन ने गार्ड ऑफ आनर क्रांतिवीरों को समर्पित किया।
अनुष्ठान में प्रमुख रूप से लक्ष्य भारत फाउन्डेशन के अध्यक्ष ई. एपी सिंह, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के डॉ. संदीप बालियान, लोक संस्कृति शोध संस्थान के शोध एवं प्रकाशन अधिकारी शशिकांत गोपाल, हमराह एक्स एनसीसी कैडेट सेवा संस्थान के अध्यक्ष अजीत सिंह बागी, पूर्व सैनिक जेपी सिंह, सूर्यदेव सिंह, जयति भारत परिवार के विक्रांत रघुवंशी, रविन्द्र नाथ, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. राहुल मिश्र, डा. मोहन सिंह, अक्षयवट के महामंत्री राम प्रताप सिंह चौहान, बिम्ब सांस्कृतिक समिति के सचिव महर्षि कपूर, प्रभात अधौलिया, अरविन्द कुमार तिवारी, शिशिर मालवीय, अशोक कुमार भार्गव, रजनीश सोनकर, शिवम, हमराह के संरक्षक आकाश वर्मा, विक्रम बिष्ट, ज्योति किरण रतन, राजनारायण वर्मा, होमेंद्र मिश्र, अखिलेश दिवेदी, अभिषेक मिश्रा, शहीद स्मरति समारोह समिति के संरक्षक अशोक कुमार भार्गव, शिया पीजी कालेज के एनसीसी कैडेटस सहित शहर के गणमान्य नागरिकों ने उपस्थित होकर कृतज्ञ भाव से शहीद क्रांतिवीरो को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर राष्ट्र के सुख-शान्ति-समृद्धि का संकल्प लिया।