लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। सशस्त्र सीमा बल में सोमवार को हिंदी पखवाड़े का शुभारंभ बड़े उत्साह और गरिमा के साथ किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि प्रख्यात भाषाविद एवं शिक्षाविद प्रो. हरिशंकर मिश्र उपस्थित रहे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता महानिरीक्षक रत्न संजय, (भा.पु.से.) ने की।

मुख्य अतिथि प्रो. मिश्र ने अपने उद्बोधन में हिंदी भाषा की सांस्कृतिक समृद्धि, वैज्ञानिक संरचना और प्रशासनिक क्षमता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “हिंदी न केवल हमारी मातृभाषा है, बल्कि यह प्रशासनिक और तकनीकी कार्यों में भी पूरी तरह सक्षम है।” उन्होंने उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे हिंदी को दैनिक कार्यों की भाषा बनाएं और उसकी व्यापकता को व्यवहारिक रूप से सिद्ध करें।

महानिरीक्षक रत्न संजय, (भा.पु.से.) ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल में हिंदी के प्रयोग को प्रोत्साहित करने हेतु यह पखवाड़ा एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा, राजभाषा हिंदी को केवल औपचारिकता तक सीमित न रखें, बल्कि इसे अपने कार्यालयीन कार्यों और संप्रेषण का माध्यम बनाएं।
कार्यक्रम में आगामी दिनों हिंदी में होने वाली प्रतियोगिताओं जैसे निबंध, लेखन, वाद-विवाद, कविता पाठ, स्वरचित कविता प्रतियोगिता आदि की रूपरेखा भी प्रस्तुत की गई। उद्घाटन समारोह में सशस्त्र सीमा बल के वरिष्ठ अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी एवं जवान उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदी भाषा को सरकारी कार्य प्रणाली में अधिक से अधिक प्रचलित करना एवं इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना है।