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GJC ने की आभूषण खरीदारी महोत्सव ‘लकी लक्ष्मी’ की घोषणा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। ऑल इंडिया जेम एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल (जो भारत का शीर्ष निकाय है और 6 लाख से अधिक आभूषण विक्रेताओं का प्रतिनिधित्व करता है) लखनऊ में एक प्रभावशाली ज्वैलर्स मीट और लाभम सेमिनार के साथ अपने उत्तरी क्षेत्र में विस्तार की शुरुआत कर रहा है। “अपने व्यवसाय को स्वचालित रूप से बढ़ाना” विषय पर आधारित यह कार्यक्रम रविवार को होटल लिनिएज में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र भर के प्रमुख खुदरा विक्रेताओं और व्यापार संघों की भागीदारी रही।

इस कार्यक्रम में राजेश रोकड़े (अध्यक्ष – जीजेसी), अविनाश गुप्ता (उपाध्यक्ष – जीजेसी), वर्धमान (आशीष) कोठारी (निदेशक एवं लाभ संयोजक – जीजेसी), राजन रस्तोगी (क्षेत्रीय समिति सदस्य – जीजेसी), रवीन्द्र नाथ रस्तोगी (अध्यक्ष – लखनऊ सराफा एसोसिएशन), प्रदीप अग्रवाल ( महामंत्री- लखनऊ सराफा एसोसिएशन) और शिवराम (मुख्य सलाहकार – प्रशिक्षक, रिटेल गुरुकुल) भी मौजूद रहे। लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित इस सत्र को स्केलेबल बिज़नेस मॉडल अपनाने के इच्छुक ज्वैलर्स से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है।

यह सेमिनार जीजेसी की आगामी राष्ट्रीय पहलों पर प्रकाश डालता है। जिनका उद्देश्य आभूषण उद्योग में विकास, नेतृत्व और पहचान को बढ़ावा देना है। इनमें लकी लक्ष्मी भी शामिल है, जो एक उत्सव खुदरा अभियान है जिसे उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ाने और आभूषणों की बिक्री बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। लकी लक्ष्मी 22 सितंबर से 9 नवंबर 2025 तक पूरे भारत में आयोजित किया जाएगा। ताकि अंतिम उपभोक्ताओं को रत्न एवं आभूषण उद्योग में अधिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

जीजेसी का प्रमुख कार्यक्रम, इंडिया जेम एंड ज्वेलरी शो (जीजेएस) – भारत की प्रमुख बी2बी आभूषण प्रदर्शनी 16 से 19 सितंबर 2025 तक मुंबई में आयोजित होगी। लकी लक्ष्मी योजना शुरू होने से पहले ज्वैलर्स के लिए स्टॉक करने का एक उपयुक्त अवसर होने का वादा करती है।

इस वर्ष, जीजेसी ने GEMLEAD की भी शुरुआत की है, जो आईआईएम अहमदाबाद के सहयोग से तैयार किया गया एक उच्च-प्रभाव वाला नेतृत्व विकास कार्यक्रम है। जो 5 से 7 सितंबर 2025 तक अहमदाबाद में आयोजित होगा और राष्ट्रीय आभूषण पुरस्कार (एनजेए 2025) का 14वां संस्करण, 17 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। जो भारतीय आभूषण क्षेत्र में असाधारण प्रतिभा, रचनात्मकता और नवाचार को सम्मानित करता है।

जीजेसी के अध्यक्ष राजेश रोकड़े ने कहा, “हमारा उद्योग एक बड़े बदलाव के दौर से गुज़र रहा है। जीजेसी, एक शीर्ष संस्था होने के नाते, उद्योग की सुरक्षा, संवर्धन और प्रगति के अपने आदर्श वाक्य पर कड़ी मेहनत कर रही है। हम सरकार से स्वर्ण मुद्रीकरण योजना (जीएमएस) को फिर से शुरू करने का भी अनुरोध कर रहे हैं, क्योंकि जीजेसी के पास पहले से ही एक पूर्ण निष्पादन योग्य रोडमैप मौजूद है। साथ ही, महाराष्ट्र सरकार के सहयोग से, ज्वैलर्स को बीएनएस धारा 317 के तहत बहुत ज़रूरी राहत मिली है। अब हमारा लक्ष्य राज्य सरकार के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में भी इसी तरह के प्रयास शुरू करना है। मैं विशेष रूप से इन कानूनी चिंताओं का प्रत्यक्ष रूप से समाधान करने और स्थानीय ज्वैलर्स को अधिक स्पष्टता, समर्थन और तैयारी के साथ ऐसी चुनौतियों का सामना करने के तरीके के बारे में मार्गदर्शन देने के लिए लखनऊ में हूँ।”

जीजेसी के उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने कहा, “लकी लक्ष्मी के साथ हमारा विज़न उपभोक्ताओं के विश्वास को फिर से बनाना और उसे मज़बूत करना है। यह अभियान ज्वैलर्स को पारदर्शिता और नैतिकता के साथ त्योहारी खरीदारों को आकर्षित करने के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करता है। इस उद्योग में 20 वर्षों से सेवारत होने के बाद, यह ज्वैलर्स और उपभोक्ताओं, दोनों के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी का एक सामयिक अनुस्मारक है। लकी लक्ष्मी, राष्ट्रीय आभूषण पुरस्कार (एनजेए) जैसी पहलों और आईआईएम अहमदाबाद के सहयोग से हमारे नेतृत्व विकास कार्यक्रम जेमलीड के माध्यम से, जीजेसी उद्योग के दीर्घकालिक विकास में – जमीनी स्तर से लेकर नेतृत्व तक – निवेश जारी रखे हुए है।”

लाभम संयोजक वर्धमान (आशीष) कोठारी ने कहा,

“लाभम एक परिवर्तनकारी टूलकिट है जिसे आभूषण खुदरा विक्रेताओं को व्यावसायिक उत्कृष्टता के लिए अत्याधुनिक समाधानों से सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। लाभम, जौहरियों को व्यावहारिक प्रणालियों से लैस करता है ताकि वे अपने संचालन को बेहतर बना सकें। ग्राहक जुड़ाव बढ़ा सकें और सतत विकास को गति दे सकें, साथ ही आवश्यक पारदर्शिता और अनुपालन भी सुनिश्चित कर सकें। हम जौहरियों को सशक्त बनाने के लिए हर साल पूरे भारत में 40 से ज़्यादा लाभम सेमिनार आयोजित करेंगे।”

बीते 19 जुलाई को कानपुर में आयोजित लाभम सेमिनार को ज़बरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जिसमें बड़ी संख्या में जौहरी उपस्थित रहे और सत्र में सक्रिय रूप से शामिल हुए। इस ज़बरदस्त भागीदारी ने संरचित शिक्षा में उद्योग की बढ़ती रुचि को उजागर किया और सार्थक पहलों के माध्यम से व्यापार को सशक्त बनाने के लिए जीजेसी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

राजन रस्तोगी (क्षेत्रीय समिति सदस्य – जीजेसी) ने कहा, “यूपी सराफा एसोसिएशन के सहयोग से लखनऊ में आयोजित लाभम सेमिनार, ज्वैलर्स के लिए सीखने, विचारों के आदान-प्रदान और व्यावसायिक प्रथाओं को मज़बूत करने का एक बहुमूल्य अवसर है। लखनऊ  सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ रस्तोगी ने लखनऊ में इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए अपना पूर्ण समर्थन दिया। जीजेएस और लकी लक्ष्मी जैसी पहलों के साथ, जीजेसी उद्योग में प्रगति और विश्वास निर्माण पर केंद्रित है।”