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डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक परियोजना का कार्यालय नोएडा स्थानान्तरित, ये है वजह

  • उप्र में डिजिटल डॉक्टर परियोजना का क्रियान्वयन अब नोएडा से

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नवाचार और विकास को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार के साथ समझौते के अन्तर्गत राज्य में डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक परियोजनाओं का क्रियान्वयन अब नोएडा से किया जायेगा। गुरुवार को क्लीनिक के सीईओ संजय कुमार ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ से डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक के मुख्यालय को नोएडा स्थानान्तरित किये जाने की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि कम्पनी का यह निर्णय कंपनी के आगामी विकासात्मक लक्ष्यों को गति देने, अत्याधुनिक तकनीकी संसाधनों का लाभ उठाने तथा रणनीतिक सहयोग को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नोएडा की उन्नत आधारभूत सुविधाएँ, बेहतर कनेक्टिविटी एवं विशेषज्ञ मानव संसाधन की उपलब्धता से कंपनी को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने संचालन का विस्तार करने में उल्लेखनीय सहायता मिलेगी। 

श्री कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लगभग दो दर्जन से अधिक डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक खुलने के लिये पूरी तरह तैयार है और लाईसेन्स मिलते ही इसी माह से शुरू कर दी जायेगी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देश के राजस्थान, उत्तराखंड, गुजरात आदि राज्यों में काम कर रहे है। जिसके चलते कम्पनी नोएडा स्थित मुख्यालय से विभिन्न राज्यों में चल रही परियोजनाओं का संचालन आसानी से किया जा सकेगा। 

उत्तर प्रदेश में डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक परियोजना को लेकर सरकार के साथ 3350 करोड़ के निवेश का समझौता करने वाले कम्पनी के सीईओ संजय कुमार ने बताया कि सरकार की कुछ तकनीकी कारणों से लाईसेन्स न मिल पाने के कारण विभिन्न जिलों में तैयार तीन दर्जन से अधिक डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक शुरू नहीं हो सकी है। श्री कुमार ने सरकार पर भरोसा व्यक्त करते हुये कहा है कि नई ड्रग लाईसेन्स प्रणाली आने से पूर्व लाईसेन्स के लिये पड़े आवेदनों पर कारवाई कर लाईसेन्स जारी करेगी, ताकि उत्तर प्रदेश सरकार के साथ हुये समझौते के तहत डिजिटल डॉक्टर परियोजना में तेजी लायी जा सके। 

एक ओर जहां प्रदेश सरकार शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। वहीं स्वास्यथ्य महकमे के जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहें है। यूपी में निवेश को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयास सराहनीय है। काफी संख्या में निवेशक भी यूपी में निवेश कर रहे हैं। 

इसी क्रम में डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक परियोजना को लेकर सरकार के साथ 3350 करोड़ के निवेश का MOU हुआ था। इस परियोजना का मकसद ग्रामीण इलाकों में लोगों को सस्ता और बेहतर इलाज मुहैया कराना है। MOU के बाद लखनऊ, सीतापुर सहित कई जनपदों में डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक की शुरुआत हो चुकी है। जहां अभी तक करीब दो लाख लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। वहीं सूत्रों की माने तो स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदार इस परियोजना को आगे बढ़ाने में सहयोग नहीं कर रहे है। शायद यही कारण है कि लाईसेन्स न मिल पाने के कारण विभिन्न जिलों में तैयार तीन दर्जन से अधिक डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक शुरू नहीं हो पा रही है। यही नहीं परियोजना कार्यालय को लखनऊ से नोएडा शिफ्ट किए जाने का भी शायद यही वजह है।