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संडीला औद्योगिक क्षेत्र : वरुण बेवरेजेस से बालाजी तक, अवसरों की असीमित संभावनाएं

  • संडीला : अब नोएडा और गाजियाबाद की तरह लिख रहा विकास की नई गाथा
  • खाद्य प्रसंस्करण से लेकर पेंट मैन्युफैक्चरिंग तक औद्योगिक प्रगति का नया केंद्र
  • औद्योगिक विकास की नई परिभाषा गढ़ते अग्रणी उद्योग

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। कुछ वर्ष पहले तक शांत सा दिखने वाला उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद का संडीला औद्योगिक क्षेत्र आज विकास की एक नई कहानी लिख रहा है। कभी यह इलाका अपनी फ्लोर और राइस मिलों के लिए जाना जाता था, लेकिन सरकार की दूरदर्शी नीतियों और अथक प्रयासों ने इस क्षेत्र की तस्वीर पूरी तरह बदल दी है। आज, संडीला न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि देश और विदेश की दिग्गज कंपनियों के लिए एक आकर्षक निवेश स्थल बन गया है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर खुल गए हैं।

प्रदेश की निवेश प्रोत्साहन और सहयोग एजेंसी, इन्वेस्ट यूपी, और उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने संडीला में उद्योगों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनके सक्रिय सहयोग और निवेश अनुकूल वातावरण के कारण ही आज यहां कई प्रतिष्ठित कंपनियां फल-फूल रही हैं। हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिल रहा है और यह क्षेत्र प्रदेश के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

निवेश और रोजगार की अपार संभावनाएं


संडीला औद्योगिक क्षेत्र, उत्तर प्रदेश के विकास के पथ पर एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है। विभिन्न चरणों में स्थापित यहां की प्रमुख कंपनियां न केवल आर्थिक विकास को गति दे रही हैं, बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार भी सृजित कर रही हैं। आइए, इस औद्योगिक क्षेत्र की कुछ प्रमुख इकाइयों पर एक नजर डालते हैं।

वरुण बेवरेजेस लिमिटेड

मशहूर शीतल पेय पदार्थ कंपनी पेप्सिको की एक प्रमुख बॉटलिंग पार्टनर वरुण बेवरेजेस भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने उत्पादों का व्यापक उत्पादन और वितरण करती है। संडीला में 92 एकड़ जमीन मिलने के बाद, कंपनी ने मात्र 6 महीने के रिकॉर्ड समय में 600 करोड़ रुपये के भारी निवेश के साथ उत्पादन शुरू कर दिया।

इस इकाई ने प्रत्यक्ष रूप से लगभग 600 और अप्रत्यक्ष रूप से 1000 लोगों को रोजगार प्रदान किया है। यह प्लांट पेप्सिको के लोकप्रिय ब्रांडों जैसे पेप्सी, माउंटेन ड्यू, मिरिंडा, सेवन-अप, ट्रॉपिकाना और एक्वाफिना बोतलबंद पानी सहित कार्बोनेटेड और नॉन-कार्बोनेटेड पेय पदार्थों की एक विस्तृत श्रृंखला का उत्पादन करता है।

इस प्लांट की एक अनूठी विशेषता यह है कि यह जितना पानी उपयोग करता है, उससे अधिक मात्रा में पानी को वापस जमीन में पहुंचाता है, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

वरुण बेवरेजेस के कार्यकारी निदेशक एवं सीओओ कमलेश जैन ने उत्तर प्रदेश में कंपनी के और विस्तार की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर इकाई का उद्घाटन करेंगे। इस नई यूनिट में दुग्ध पदार्थों और अन्य खाद्य पदार्थों का भी उत्पादन होगा, जिसके लिए लगभग 10 हजार किसानों से संपर्क साधा जाएगा और उनकी आय में बढ़ोतरी होगी।

इसके अतिरिक्त, वरुण बेवरेजेस इंडो रामा कंपनी के साथ मिलकर फर्रुखाबाद जिले में 48 हजार मेट्रिक टन प्रति माह क्षमता वाला एक अत्याधुनिक प्लास्टिक बॉटल रिसाइक्लिंग प्लांट स्थापित करने की दिशा में भी अग्रसर है, जिसका उत्पादन 2026 तक शुरू होने की संभावना है।

बालाजी वेफर्स प्रा. लि.

वरुण बेवरेजेस की तरह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में एक और बड़ा नाम है बालाजी वेफर्स प्रा. लि. जिसने संडीला, हरदोई में ₹550 करोड़ का निवेश कर एकीकृत खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित की हैं, जिससे वर्तमान में 250 लोगो के लिए नौकरियां सृजित हुई हैं। अगले चरण के लिए लिए कंपनी करीब 1000 करोड़ निवेश करेगी और जिसमें करीब 500 लोगों को रोजगार मिलेगा।

वर्तमान में, बालाजी वेफर्स हर महीने 1800 मेट्रिक टन का उत्पादन कर रही है, और दूसरे चरण के पूरा होने पर यह उत्पादन क्षमता बढ़कर 4000 मेट्रिक टन तक पहुंच जाएगी। बालाजी वेफर्स के प्लांट हेड – शिवशंकर टेकाले के अनुसार, उत्तर प्रदेश में नमकीन और चिप्स की मांग लगभग 10 हजार मेट्रिक टन है, जिसमें लगभग 40% की पूर्ति बालाजी वेफर्स द्वारा की जाती है।

उन्होंने यह भी बताया कि उनके प्लांट में अधिकांश कच्चा माल स्थानीय और आस-पास के क्षेत्र से मंगाया जाता है, और कंपनी में लगभग 70% कर्मचारी स्थानीय हैं। कंपनी अपने प्लांट में हाइजीन और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखती है, और इसी प्रतिबद्धता को देखते हुए कंपनी ने जापान से 3 रोबोट आयात करने का निर्णय लिया है, जो प्लांट की गुणवत्ता को और भी अधिक बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाएगा।

बर्जर पेंट्स इंडिया लिमिटेड

पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए, बर्जर पेंट्स इंडिया लिमिटेड ने संडीला औद्योगिक क्षेत्र में ₹1014 करोड़ के विशाल निवेश के साथ एक अत्याधुनिक ‘जीरो डिस्चार्ज’ पेंट इकाई स्थापित की है। फरवरी 2023 से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर चुकी इस इकाई ने लगभग एक हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान किया है। यह इकाई डेकोरेटिव पेंट्स के उत्पादन में विशेषज्ञता रखती है और पानी-आधारित पेंट, सॉल्वेंट-आधारित पेंट, कलरेंट्स, स्टेनर्स, पुट्टी और निर्माण रसायनों सहित उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का निर्माण करती है।

इसके साथ ही, यह रेजिन और इमल्शन जैसे दो मध्यवर्ती उत्पादों का भी निर्माण करती है। पूरी तरह से स्वचालित यह इकाई प्रति माह 33,000 KL/MT की प्रभावशाली उत्पादन क्षमता रखती है। यूके पेंट्स, जो बर्जर पेंट्स को पैकेजिंग के लिए बाल्टियों की आपूर्ति करती है, की इकाई भी संडीला इंडस्ट्रियल एरिया, फेज-4 में वरुण बेवरेजेस (पेप्सी बॉटलिंग प्लांट) के पास स्थित है, जो एक मजबूत औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को दर्शाता है।

यह भारी निवेश और प्रतिष्ठित कंपनियों की उपस्थिति स्पष्ट रूप से उत्तर प्रदेश के औद्योगिक और निवेश अनुकूल व्यावसायिक पारिस्थितिकी तंत्र में बढ़ते विश्वास को दर्शाती है। संडीला औद्योगिक क्षेत्र विकास की एक जीवंत गाथा लिख रहा है, जो राज्य को स्थिरता, आर्थिक विकास और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के अपने महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण की ओर तेजी से अग्रसर कर रहा है। कभी शांत रहने वाला यह क्षेत्र आज हजारों लोगों के सपनों को उड़ान दे रहा है और उत्तर प्रदेश की औद्योगिक प्रगति का एक चमकदार उदाहरण बन गया है।