लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। पर्वतीय महापरिषद द्वारा आयोजित 10 दिवसीय उत्तरायणी कौथिंग-2025 के द्वितीय दिवस का शुभारम्भ कवि सम्मेलन के साथ हुआ। जिसकी अध्यक्षता एवं संचालन कौस्तुभ आनन्द चन्दोला ने किया। जिसमें डा. पूर्णिमा पाण्डेय, महेश चन्द्र सकलानी, भुवन पन्त, चेतन काण्डपाल, नारायण पाठक, दीपा सनवाल, राधा बिष्ट, मनमोहन बाराकोटी, हरीश लोहमी, गोपाल जोशी, महेन्द्र पन्त, जीसी बहुगुणा ने वीर रस की कविता देवभूमि के सिपाही एवं भुवन ने हास्य कविता किस्सा ननिहाल सुनाकर श्रोताओं को मन्त्रमुग्ध किया।
एकल गायन प्रतियोगिता का संचालन सांस्कृतिक प्रभारी महेन्द्र पन्त व सचिव गोविन्द बोरा ने किया। जिसमें 3 वर्ष से 8 वर्ष तक आयु वर्ग के प्रतिभागियों में अनायशा जैन प्रथम, दीवान आनन्द द्वितीय व आराधना शर्मा तृतीय, 9 वर्ष से 13 वर्ष आयु वर्ग में सारा आनन्द प्रथम देवेन्द्र सिंह द्वितीय व हर्षिता काण्डपाल तृतीय और 13 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में ललिता जोशी प्रथम, नम्रता मित्रा द्वितीय व फाल्गुनी लोहमी तृतीय रहे।
वहीं सायंकालीन सत्र का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि मौजूद मेजर जनरल गोपाल कृष्ण थपलियाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया। अतिथि का स्वागत महापरिषद के मुख्य संयोजक टीएस मनराल, संयोजक केएन चन्दोला, अध्यक्ष गणेश चन्द जोशी व महासचिव महेन्द्र सिह रावत ने प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया।
सेना दिवस के अवसर पर उत्तरायणी में पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। पर्वतीय महापरिषद द्वारा प्रतिवर्ष दिया जाने वाला वीरचन्द्र सिह गढवाली सम्मान इस वर्ष अमर शहीद स्व. नैनसिह नायक दिया गया। जोकि भारत पाक युद्व 1965 मे शहीद हुए थे। यह सम्मान उनकी पुत्रवधु चम्पा मेहरा ने ग्रहण किया, सम्मान स्वरूप में प्रशस्ति पत्र अंगवस्त्र व पुष्पगुछ दिया गया।
कौथिग स्थल पर चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डा. बीएस नेगी के संयोजन में निःशुल्क चिकित्सा कैम्प भी लगाया गया है। जिसमें राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों के अलावा डा. राधा बिष्ट, डा. पूजा सनवाल ने अपनी सेवाये प्रदान की।
वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ सगुन आखर मांगल गीत के साथ दैणा हो जाया खोली का गणेशा हे से के हुआ। उत्तराखण्ड से आए राजेन्द्र मेहता श्रीपुर्णागिरी देवभूमि उत्थान समिति खटीमा उधमसिह नगर के दल ने प्रस्तुतियां दी। पर्वतीय महापरिषद गोमतीनगर के कलाकारो ने दूर बडी दूर बर्फीलो डांना, उत्तराखण्ड से आये बहादुर सिह व महेन्द्र सिह के नेतृत्व में 14 सदस्यीय दल ने देवी देवताओं का आह्वान करते हुए “छिपका केदार नगाडा जारा जिबली” पर नृत्य प्रस्तुत किया।
कार्यालय व्यवस्था में केएस रावत, जीडी भटट, दीपक चिलकोटी, डा. राजेन्द्र सिह रावत, एमएस मेहता, रमेश उपाध्याय, शंकर पाण्डेय, बिश लन जोशी, युवराज सिह परिहार, गोपाल जोशी, जितेन्द्र उपाध्याय, प्रदीप बिष्ट, विरेन्द्र आर्या, लक्ष्मण सिह भण्डारी, चन्द्रकांत जोशी, सुदीप जोशी, लक्ष्मण सिह धामी, हरीश चन्द जोशी, चंचल बोरा, टीडी काण्डपाल, जानकी अधिकारी, मन्जू पडेलिया, सहित कई पदाधिकारीगण अहम भूमिका निभा रहे है।