लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। गोमा तट पर चल रहे उत्तराखण्ड महोत्सव के आठवें दिन शनिवार को डांस उत्तराखण्ड डांस, नाचेगा भारत, पारम्परिक झोड़ा के समूहों, स्थानीय कलाकारों तथा उत्तराखंड से आए कलाकारों ने विविध कार्यक्रम पेश कर शाम-ए-अवध को गुलजार किया। अल्मोड़ा उत्तराखण्ड से आये रंगीन पोशाक पहने छोलिया दल ने अपने वाद्य यंत्रों की सुमधुर कर्णप्रिय धुनों एवं अजब करतब दिखाते हुए दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। छोलिया दल महोत्सव के समापन तक अपनी सुन्दर कला का प्रदर्शन हर रोज करते रहेंगे।
महापरिषद के महासचिव भरत सिंह बिष्ट ने भारतीय स्टेट बैंक, भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड, नेशनल थर्मल पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड तथा एसबीआई लाईफ के अपार सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। स्टालों पर अन्य उत्पादों की बिक्री के साथ ऊनी, गर्म वस्त्रों के स्टाल पर भी गुनगुनी ठण्डक की शुरूआत के कारण भारी भीड़ बनी हुई है।
मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सिंह कनवाल ने बताया कि महोत्सव स्थल पर डॉ. बीएस नेगी द्वारा मेडिकल चेकअप तथा दवा वितरण कैम्प लगाया गया। कैंप में डॉ. बीएस नेगी (जनरल फिजीशियन), डॉ. निर्मला जोशी (बाल रोग विशेषज्ञ), डॉ. एस सागर (कंसल्टेंट फिजीशियन), डॉ. सीपी गौड़ (जनरल फिजीशियन), डॉ. शोभ नाथ (हृदय रोग विशेषज्ञ), डॉ. बलराम यादव (जनरल फिजीशियन), औषधी वितरण-शोभा रावत आदि का विशेष सहयोग रहा। केके अस्पताल का भी फ्री चेकअप तथा दवा वितरण कैंप महोत्सव में दस दिनों हेतु लगाया गया है।
महापरिषद की टीम में प्रमुख रूप से संयोजक दीवान सिंह अधिकारी, अवधेश कोठारी, प्रदीप चंद, सुरेश पाण्डेय, भुवन पटवाल, पूरन चन्द्र भदौला, भुवन पाठक, सुन्दर सिंह बिष्ट, जगत सिंह राणा, अनिल पाण्डेय, रमेश चन्द्र सिंह अधिकारी, लाल सिंह बिष्ट, पान सिंह, सुनील उप्रेती, मोहन पंत सहित अन्य पदाधिकारी एवं सदस्यगण पूरे लगन एवं समर्पित भाव से महोत्सव को सफल बनाने में लगे हैं।
आठवें दिन मुख्य अतिथि ओपी श्रीवास्तव (विधायक, पूर्वी विधानसभा), विशिष्ट अतिथि पार्षद उमेश सनवाल, दिलीप कुमार गुप्ता (अपर निदेशक संस्कृति निदेशालय), अतिथि शील द्विवेदी (सहायक निदेशक, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज) तथा महापरिषद के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर सायंकालीन कार्यक्रमों का शुभारम्भ किया। महापरिषद के पदाधिकारियों ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।
दोपहर में महिला शाखा की अध्यक्ष पुष्पा वैष्णव, सुनीता कनवाल, विद्या सिंह, राजेश्वरी रावत के निर्देशन में प्रतियोगिताएँ सम्पन्न करायी गयी। एकल नृत्य में प्रथम-श्रेष्ठा टंडन, द्वितीय-आर्या सिंह, तृतीय-श्रीवर्मा तथा एकल गायन में – प्रथम-देवेश्वरी पवार, द्वितीय- लीला भण्डारी, तृतीय-मयंक सिंह रहे तथा जज-कुमाऊँ कोकिला- विमला पंत एवं लोकगायिका मालती वर्मा रही।
सायं 04 बजे से सुर ताल संगम की जया श्रीवास्तव के नेतृत्व में 10 कलाकारों द्वारा बालीवुड बुके (फिल्म संगीत) का सुन्दर गायन, संगीत संस्कृति फाउण्डेशन-रजनीगंधा सिंह के नेतृत्व में-रजनी सिंह, सीमा, गुड़िया, सारिका, रेखा, रितनिया, अर्चना, मीनू कुमाऊँनी लोकनृत्य, बीआरटी डांस अकादमी सहारा स्टेट लिपिका के नेतृत्व में आये समूह ने भक्तिमय वन्दना, उत्तराखण्ड का लोक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोहा। शोलो नृत्य – श्री वर्मा द्वारा, शोलो नृत्य-हरगुन चोपड़ा द्वारा तथा हार्ट एण्ड सोल द्वारा शैलेन्द्र सिंह के नेतृत्व में-रिधि जोशी, काव्या श्री वर्मा, हरगुन चौपड़ा, आध्या तिवारी, अरना द्वारा शास्त्रीय संगीत पर आधारित नृत्य प्रस्तुत कर खूब तालियाँ बटोरी।