Thursday , September 19 2024

उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल होमी मोदी की पुण्यतिथि पर हुई संगोष्ठी

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। अटल बिहारी वाजपेयी नगर निगम डिग्री काॅलेज के इतिहास विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल होमी मोदी शीर्षक पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। इतिहास विभागाध्यक्ष डाॅ. ओपी पाण्डेय ने होमी मोदी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए उन्हें महान राजनेता, प्रशासक और समाज सेवी बताया। कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. जागेश्वर प्रसाद सिंह ने सर होमी मोदी (जिनका पूरा नाम हाॅरमसजी पेरोशाॅ मोदी है) के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जब 24 जनवरी 1950 को (जब उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस होता है) संयुक्त प्रान्त- उत्तर प्रदेश बना तब यहां राज्यपाल होमी मोदी ही थे। क्योंकि 15 अगस्त 1947 को जब सरोजनी नायडू राज्यपाल बनायी गयी तब इस प्रांत का नाम संयुक्त प्रांत था। सरोजनी नायडू 2 मार्च 1949 तक राज्यपाल रहीं, तत्पश्चात जस्टिस बीबी मलिक लगभग 2माह और उनके बाद 2 मई 1949 को हाॅरमसजी पेरोशाॅ मोदी संयुक्त प्रांत के राज्यपाल बनायें गये। इन्ही के कार्यकाल में 24 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत का नाम उत्तर प्रदेश घोषित किया गया, इसीलिये उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस 24 जनवरी को मनाया जाता है।

होमी मोदी 01 जून 1952 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रहे। सर होमी मोदी 1913 में बम्बई नगर निगम के मेयर बने थे, 1929 में बम्बई विधानसभा के सदस्य बने, 1929 में ही प्रथम गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने लन्दन गये। सितम्बर 1947 में उनको बम्बई का राज्यपाल बनाया गया, 1948 में संविधान सभा के सदस्य बने और मई 1949 में संयुक्त प्रांत के राज्यपाल बनाये गये, उक्त विशिष्ट पदो के के साथ-साथ आप टाटा ग्रुप ऑफ हाइड्रो इलेक्ट्रिक के अध्यक्ष, एसीसी के अध्यक्ष, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष और भारतीय व्यापारिक संघ तथा भारतीय बैंक एसोसियशन आदि के शीर्ष पदों पर अपने दायित्वों का निर्वाहन किया।

संगोष्ठी के अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य डाॅ. सुभाष चन्द्र पाण्डेय ने कहाकि आजादी के अमृत काल की पावन बेला में हम उन सभी महान राष्ष्ट्रवादी विभूतियों को विशेष रूप से नमन कर रहे है जो किन्ही कारणो से गुमनामी के अंधेरे में खो गये। यह बहुत कम लोग जानते हैं कि सर होमी मोदी उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल थें। आज उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर मैं उन्हे श्रद्वा सुमन अर्पित करते हुए हदय की अनन्त गहराइयों से नमन करता हूँ। 

कार्यक्रम में डाॅ. तारकेश्वर पाण्डेय, डाॅ. एमएस उपाध्याय, डाॅ. उपेन्द्र कुमार सहित समस्त शिक्षक व छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. जेपी सिंह ने सभी का आभार प्रकट किया।