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लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव : उमड़ी भीड़, भोजपुरी गीतों संग बिखरी पहाड़ी छटा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट एवं प्रगति इवेंट के संयुक्त तत्वावधान में अवध विहार योजना में चल रहे लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव की 12वीं सांस्कृतिक सन्ध्या में भोजपुरी गीतों संग बॉलीवुड डांस का तड़का लगा। महोत्सव की 12वीं संध्या का शुभारंभ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और उपाध्यक्ष एनबी सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

भोजपुरी लोक गायिका प्रिया पाल ने देवी गीत से शुरुआत कर मैसे नइया मे लक्ष्मण राम गंगा मइया धीरे बहो, कन्हैया मैं तो नाचूँगी तेरी मुरली पे, रामा लखन दोनों भईया अवध रहवईया उन्हीं के संग आए हैं को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रिया पाल ने फेक दिहले थरिया बलम गईले झरिया, पियवा जाती बानी पुलिस के बहलिया में और हे पिया हमको घुमाई दे लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव भोजपुरी गीत को सुनाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।

मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त अदिती भारद्वाज, शिवान्या गुप्ता, अहाना बन्दे, गितिका चौधरी ने रिचा गोयल के निर्देशन में राम सिया राम पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया। अर्थव गोयल ने कथक नृत्य के पारम्परिक स्वरूपों को प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

ग्रेस पीस स्टुडियो के कलाकारों कल्पना राजपूत, काव्या और प्रिंस ने गणेश वंदना की उत्कृष्ट प्रस्तुति दी। इसी क्रम में राजश्री वर्धन, राजश्री भारती, मानसी, नीलम, रागिनी अग्रवाल और श्रुति ने घूमर एवं नीलम, मानसी, राजश्री ने पर्वतीय नृत्य झोड़ा की मनोरम छटा बिखेरी।

प्रगति विचार धारा फाउण्डेशन द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोकेश त्रिपाठी, प्रदीप बहराइची, डॉ. सीमा गुप्ता, डॉ. ओम शर्मा, एसके अवस्थी, दिव्या शुक्ला, गितिका चतुर्वेदी, राजश्री दुबे, चंद्रिका रानी उपाध्याय, वैष्णवी वी सिंह, संजीव सोनी, योगेन्द्र योगी ने अपनी अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। धन्यवाद ज्ञापन नेहा नीरज खरे ने दिया।

उमड़ी भीड़, फन डे के रूप में मनाया संडे

महोत्सव में आज संडे फन डे के रूप में मनाया गया। लोगों ने जमकर खरीदारी की, झुलों संग लोगों ने लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाया। लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव स्थल पर जायके के शौकीनों के लिए कश्मीरी कहवा, कश्मीरी मेवे और बीकानेरी भुजिया, राजस्थानी नमकीन के साथ तरह तरह के अचार मुरब्बे जनता को आकर्षित कर रहे हैं।  महोत्सव में देश के विभिन्न हिस्सों के चटपटे और जायकेदार उत्पाद एक ही स्थान पर आसानी से उपलब्ध हैं। कश्मीर से आए मिर्जा अखलाक के स्टाल पर कश्मीर का सुप्रसिद्ध कहवा मौजूद है इसके अतिरिक्त चिलगोजे, काजू, किशमिश, बादाम, अखरोट, अखरोट गिरी और कश्मीरी खजूर विशेष आकर्षण का केन्द्र हैं।