लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आज बिरज में होरी रे रसिया, होरी रे रसिया बरजोरी रे रसिया… पर जब सुजीत अलबेला, शिवा, ईशान, आकाश, आंसू, काव्या, मानसी, अंकिता, सुभाषिनी और आयुशी ने नृत्य प्रस्तुत किया तो सांस्कृतिक पंडाल होली के रंग से सराबोर हो गया। मौका था प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट एवं प्रगति इवेंट के संयुक्त तत्वावधान में अवध शिल्प ग्राम, अवध विहार योजना में चल रहे 5वें लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव की तृतीय सांस्कृतिक संध्या का।
तृतीय सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और एनबी सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर पवन पाल, शालिनी श्रीवास्तव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। वीरवर लक्ष्मण जी को समर्पित लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव की आज की संध्या का शुभारंभ गणेश वंदना बजा के ढोलक बप्पा मेरे नाचे पर अंकिता, सुभाषिनी, आयुशी, काव्या और आंशु के भाव नृत्य से हुआ। आकाश, आशु, काव्या और मानसी ने राम आए अवध की ओर पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त शिखर वर्मा और तनुश गौतम ने अपनी खनकती हुई आवाज़ में ओ रे पिया, कभी जो बादल बरसे, दिल संभल जा जरा गीत को सुना कर श्रोताओं का दिल जीता।
महोत्सव में आकर्षण का केंद्र बने झूले
दुबई के मनमोहक झूलों और तंदूरी चाय व काफी की चुस्कियों से लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव 2023 का आयोजन स्थल जनता के आकर्षण का केंद्र बन गया है।अवध शिल्प ग्राम पर चल रहे महोत्सव में फन जोन और फूड जोन अपनी पूरी रौनक में आ गए है। फन जोन में झूलों की आकर्षक रेंज में ड्रैगन ट्रेन, नाव झूला, ज्वाइंट व्हील, ब्रेक डांस, भूत गुफा, टोरा- टोरा, ट्वाय ट्रेन, रेंजर, ट्वाय कार, ट्वाय जीप, ट्वाय हेलीकॉप्टर, ट्वाय ऐरोप्लेन, ग्राइंड बेल व कोस्टर झूला शामिल है।
फूड जोन में पास्ता, पिज्जा, चाउमीन, मंचूरियन सहित लगभग एक दर्जन चटपटे आइटम मौजूद हैं। इसके अलावा फास्टफूड चिली पनीर, नूडल्स, मक्के दी रोटी सरसों के साग के साथ चाय व मोमोज उपलब्ध हैं। राजस्थानी फूड स्टाल पर आलू प्याज कचोरी, मूंगदाल कचोरी, मावा कचोरी, दही बड़ा और राजस्थान का सबसे फेमस दाल बाटी चूरमा अलग तरह के स्वाद का लुत्फ लोग ले रहे है।