मुंबई (टेलिस्कोप टुडे डेस्क)। टाटा केमिकल्स सोसाइटी और रूरल डेवलपमेंट ने ‘माय ग्रीनिंग अवर’ वृक्षारोपण अभियान शुरू किया। जिसमें मात्र 1 घंटे में पूरे भारत भर में 100 से ज़्यादा स्थानों पर 70,000 से ज़्यादा पेड़ लगाए गए। हमारे जीवन के लिए पेड़ों के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने, स्थानीय समुदायों को शामिल करते हुए, उन्हें सेवाएं प्रदान करने और कार्बन अब्सॉर्प्शन क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से यह राष्ट्रव्यापी पहल शुरू की गयी।
महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना और गुजरात जैसे विभिन्न क्षेत्रों से इस पहल को समर्थन मिला। 12 जुलाई को शाम 4-5 बजे के बीच यह गतिविधि संपन्न हुई। टाटा केमिकल्स लिमिटेड और रैलिस इंडिया लिमिटेड के कर्मचारियों, अधिकारियों, स्थानीय समुदायों सहित के 10,000 से अधिक लोगों ने पृथ्वी को और ज़्यादा हरा-भरा बनाने के लक्ष्य के लिए एकजुट होते हुए, बहुत ही उत्साहपूर्वक इसमें भाग लिया।
टाटा केमिकल्स लिमिटेड, मीठापुर के चीफ मैन्युफैक्चरिंग ऑफिसर और लोकेशन हेड एन कामत ने कहा, “टाटा केमिकल्स लिमिटेड में हम स्थिरता, पर्यावरण की रक्षा और स्थानीय समुदायों की सेवा पर ज़ोर देते हैं। पर्यावरण के अनुकूल, स्थिर विकास को सुनिश्चित करने के लिए ‘माय ग्रीनिंग अवर’ यह अनोखी पहल चलाई जा रही है। इकोलॉजिकल संतुलन को बनाए रखने के लिए पेड़ महत्वपूर्ण हैं। पर्यावरण को बहाल करना और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में स्थानीय समुदायों के बीच जागरूकता बढ़ाना इन दो लक्ष्यों के साथ हम यह पहल चला रहे हैं। सभी हितधारकों से मिले अभूतपूर्व समर्थन ने इस पहल को सफल बनाया। एक घंटे में 70,000 से अधिक पेड़ लगाना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। अकेले गुजरात के ओखामंडल में, हमने 40,000 से अधिक पेड़ लगाए। यह पहल टाटा केमिकल्स द्वारा हमेशा से किए जा रहे हरित प्रयासों का सिर्फ एक पहलू है, और हम भविष्य में भी इसी तरह की गतिविधियां करते रहेंगे।”
‘माय ग्रीनिंग अवर’ के बारे में टाटा केमिकल्स लिमिटेड के हेल्थ, सेफ्टी, एनवायरनमेंट एंड सीएसआर के चीफ अलोक चंद्रा ने बताया, “हम मानते हैं कि जलवायु परिवर्तन को कम करने, जैव विविधता को बढ़ाने, वायु गुणवत्ता में सुधार और आर्थिक और सामाजिक लाभ प्रदान करने के लिए पेड़ आवश्यक हैं। हमारे आसपास की दुनिया तेजी से बदल रही है, और हमें प्रकृति संरक्षण और अपने हरित आवरण का विस्तार करने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ाने के महत्व को समझना और स्वीकार करना चाहिए। इसलिए, हमने एक घंटे में अधिकतम पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा और इस गतिविधि में शामिल हर व्यक्ति ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम किया। 70,000 से अधिक पेड़ लगाकर हम सभी को संतुष्टि मिली कि हमारे समुदायों और पृथ्वी के लिए एक हरित और स्वस्थ भविष्य बनाने के हमारे दृष्टिकोण को हमने आगे बढ़ाया।”