लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। रीजेन्सी हेल्थ ने इस बात पर जोर दिया है कि हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी को समय पर पहचानना और सही इलाज देना बहुत ज़रूरी है। हॉस्पिटल महिलाओं और परिवारों को सलाह देता रहा है कि शुरुआती चेतावनी के संकेतों को पहचानें और तुरंत एक्सपर्ट डॉक्टर से इलाज कराएं, ताकि माँ और बच्चे दोनों सुरक्षित रहें।
भारत में हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी के मामले बढ़ रहे हैं। इसकी कई वजहें हैं जैसे माँ की बढ़ती उम्र, हाई ब्लड प्रेशर, प्रेग्नेंसी में डायबिटीज़, खून की कमी (एनीमिया) और जुड़वाँ या ज़्यादा बच्चों की प्रेग्नेंसी आदि। लगभग 49.4% गर्भवती महिलाओं में एक या उससे ज़्यादा जोखिम पाए जाते हैं, जैसे बच्चों के बीच कम अंतर, पहले हुए सीज़ेरियन, या थायरॉइड की समस्या आदि। ऐसी प्रेग्नेंसी में माँ को गंभीर दिक्कतें हो सकती हैं जैसे डिलीवरी के बाद ज्यादा खून बहना, इंफेक्शन, और यहाँ तक कि माँ की मौत भी हो सकती है।
यह समस्या खासकर उन महिलाओं में हो सकता है जो कम पढ़ी-लिखी हैं या गरीब परिवार से आती हैं। अक्सर ये दिक्कतें इसलिए खतरनाक हो जाती हैं क्योंकि इन्हें समय पर पहचाना नहीं जाता। रीजेन्सी हेल्थ इसके लिए समय पर चेकअप, एडवांस्ड जांच और एक्सपर्ट डॉक्टरों की मदद से इस कमी को पूरा करना चाहता है, ताकि माँ और बच्चा दोनों सुरक्षित रहें।
रीजेंसी हेल्थ की गायनेकोलॉजी कंसल्टेंट डॉ. श्री विद्या ने बताया, “हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी सामान्य प्रेग्नेंसी से ज़्यादा जटिल होती है और इसमें ज्यादा देखभाल की ज़रूरत होती है। नियमित चेकअप और शुरुआती समस्या की पहचान बहुत ज़रूरी है। अगर एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम समय पर कदम उठाए, तो बड़ी दिक्कतों को रोका जा सकता है। सही इलाज और समय पर ध्यान मिलने पर ज्यादातर हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी में माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ रहते हैं। जागरूकता बढ़ाना ज़रूरी है ताकि महिलाएँ समय रहते मदद ले सकें और समस्या बढ़ने से पहले ही रोक दी जाए।”
रीजेन्सी हेल्थ में प्रसूति (ऑब्सट्रिक्स), स्त्री रोग (गायनेकोलॉजी), नवजात शिशु देखभाल (न्यूनेटोलॉजी) और मैटरनल-फीटल मेडिसिन के स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम मौजूद है। हॉस्पिटल में एडवांस्ड इमेजिंग, पैथोलॉजी और क्रिटिकल केयर जैसी सुविधाएँ भी मिलती हैं। यह सभी सुविधाएं कॉम्प्लेक्स प्रेग्नेंसी संभालने के लिए बहुत ज़रूरी हैं। टेक्नोलॉजी और एक्सपर्ट डॉक्टरों की मदद से रीजेन्सी यह सुनिश्चित करता है कि प्रेग्नेंसी के जोखिम झेल रही महिलाओं को उनकी ज़रूरत के अनुसार पर्सनलाइज्ड केयर (व्यक्तिगत देखभाल) मिल सके।
रीजेन्सी हेल्थ सुरक्षित प्रेग्नेंसी के बारे में जागरूकता फैलाने पर ध्यान दे रहा है और परिवारों को सलाह दे रहा है कि माँ की सेहत को प्राथमिकता दें। हॉस्पिटल गर्भवती महिलाओं को सलाह देता है कि वे नियमित चेकअप करवाएँ, संभावित जोखिमों के बारे में जानें और किसी भी परेशानी पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।