5 सितम्बर से एक्सक्लूसिव प्रीमियर, सिर्फ़ ZEE5 पर
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। मिनी फ़िल्म्स के बैनर तले निर्मित और संतोष सिंह द्वारा निर्देशित ‘आँखों की गुस्ताखियाँ’ एक दिल छू लेने वाली रोमांटिक कॉमेडी है, जिसमें गहरी भावनाओं और चंचल आकर्षण का सुंदर संगम है। रस्किन बॉन्ड की ‘द आइज़ हैव इट’ से प्रेरित यह फ़िल्म जहान (विक्रांत मैसी), एक प्रतिभाशाली दृष्टिहीन संगीतकार, और सबा (शनाया कपूर, अपनी पहली फ़िल्म में), एक जीवंत नवोदित अभिनेत्री, की भावनाओं और हास्य से भरपूर यात्रा को दर्शाती है। ट्रेन में उनकी आकस्मिक मुलाक़ात एक अप्रत्याशित रिश्ते को जन्म देती है — ऐसा रिश्ता जो नज़र से नहीं, बल्कि साझा सपनों, दिल छू लेने वाले पलों और नोकझोंक भरी प्यारी केमिस्ट्री से बंधा है, जो जितना हँसाता है उतना ही भावुक कर देता है।
संगीत और महत्वाकांक्षाओं की पृष्ठभूमि पर आधारित ‘आँखों की गुस्ताखियाँ’ यह दिखाती है कि प्यार नज़रों से परे होता है, उन अदृश्य बंधनों का उत्सव मनाते हुए जो हमें जोड़ते हैं। ज़ैन खान दुर्गानी की अहम सह-भूमिका के साथ, विशाल मिश्रा के दिल को छू लेने वाले संगीत, जिसमें विशाल मिश्रा, जुबिन नौटियाल और असीस कौर की आवाज़ें शामिल हैं, दर्शकों के दिलों में गहराई तक उतरने का वादा करती हैं। 5 सितम्बर को ZEE5 पर प्रीमियर के लिए तैयार, यह दिलचस्प कहानी आपको प्यार, हँसी और ज़िंदगी के सरप्राइज़ का अनुभव कराएगी, अपने सशक्त संदेश ‘दिल से देखो’ के साथ।

ZEE5 की हिंदी बिज़नेस हेड कावेरी दास ने कहा, “ZEE5 पर, हम अपने दर्शकों के लिए भावनात्मक रूप से समृद्ध और ताज़गी भरी अपरंपरागत कहानियाँ लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आँखों की गुस्ताखियाँ इस दृष्टि से एक उपयुक्त जुड़ाव है – दिल को छू लेने वाली रोमांटिक कॉमेडी जो प्यार और मानवीय संबंधों को एक नया रूप देती है। विक्रांत मैसी के संवेदनशील अभिनय और शनाया कपूर के आकर्षक डेब्यू के साथ, यह फ़िल्म गहराई और गर्मजोशी दोनों प्रदान करती है। उनकी केमिस्ट्री, भावपूर्ण संगीत के साथ मिलकर एक ऐसी कहानी पेश करती है जिसे न केवल आँखों से, बल्कि दिल से भी अनुभव किया जा सकता है – दिल से देखो।”
विक्रांत मैसी ने कहा, “‘आँखों की गुस्ताखियाँ’ में जहान का किरदार निभाना मेरे करियर के सबसे समृद्ध अनुभवों में से एक रहा है। वह दुनिया को दूसरों की तरह नहीं देख पाता हो, लेकिन उसे गहराई से महसूस करता है—और यही मुझे बेहद प्रभावित करता है। उसमें एक शांत शक्ति और संवेदनशीलता है जो मेरे साथ रही। शनाया के साथ काम करना सहज और आसान रहा; हमारे रिश्ते ने जहान और सबा की कहानी में एक स्वाभाविक ईमानदारी ला दी। मूल रूप से, यह फ़िल्म याद दिलाती है कि प्यार दिखावे के बारे में नहीं है—यह जुड़ाव, करुणा और साहस के बारे में है। मैं दर्शकों को 5 सितंबर से ZEE5 पर इसका अनुभव देने के लिए वाकई उत्साहित हूँ।”
शनाया कपूर ने कहा, “जब मुझे ‘आँखों की गुस्ताखियाँ’ मिली, तो मुझे लगा कि यह मेरे सफ़र की शुरुआत के लिए एकदम सही कहानी है। सबा का किरदार निभाना — एक महत्वाकांक्षी, निडर कलाकार जो अपनी राह ख़ुद चुनती है — चुनौतीपूर्ण भी था और संतोषजनक भी। मैं उसके जुनून और व्यक्तित्व से गहराई से जुड़ पाई। सेट पर विक्रांत मैसी का सहयोग और उदारता सबा को जीवंत करने में बहुत मददगार रही। मैं दर्शकों को 5 सितंबर से ZEE5 पर इसका अनुभव देने के लिए वाकई उत्साहित हूँ।”