नई दिल्ली (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। गोल्डी सोलर, भारत की सबसे बड़ी सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माता कंपनी जो एआई-पावर्ड पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग लाइन के साथ एकीकृत है, अपनी नॉक-आरई 2025 पहल के माध्यम से सोलर मॉड्यूल और सेल निर्माण व्यवसाय के लिए 10,000+ कार्यबल को नियुक्त करने के अपने विज़न को पूरा कर रही है।
1 जून 2025 को सूरत में शुरू होने के बाद, जयपुर, नोएडा, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु में कार्यक्रमों के साथ, इस रोजगार मेले में 2,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया है। जिसमें 1,000 से अधिक नए स्नातक शामिल हैं। अगला मेला 20 जुलाई 2025 को राजकोट में आयोजित होगा। छह से अधिक राज्यों को शामिल करने वाला यह बहु-शहरी रोजगार मेला देशभर में विविध जनसांख्यिकी (डाइवर्स डेमोग्राफिक्स) का समावेशी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करता है।
कंपनी को गर्व है कि इसके कार्यबल में 70% लोग हमारे आदिवासी समुदायों से हैं। कंपनी विविधता, लैंगिक समानता और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कौशल विकास संस्थानों के साथ साझेदारी के माध्यम से, गोल्डी सोलर भारत के बढ़ते नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में करियर की न्यायसंगत पहुंच सुनिश्चित करती है।
गोल्डी सोलर के संस्थापक और प्रबंध निदेशक कैप्टन इश्वर ढोलकिया ने जोर दिया, “नॉक-आरई 2025 के माध्यम से हम सोलर मॉड्यूल और सेल निर्माण में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करके अपने युवाओं की क्षमता में निवेश कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, युवा प्रतिभा को समर्थन देकर, हम न केवल अपनी कंपनी के कार्यबल को मजबूत बना रहे हैं। बल्कि युवा रोजगार योग्यता को बढ़ावा देने, टिकाऊ करियर अवसर बनाने और आत्मनिर्भर भारत बनाने के बड़े लक्ष्य में भी योगदान दे रहे हैं। यह पहल प्रधानमंत्री के हाल के कथन के साथ मेल खाती है कि आत्मनिर्भरता का मतलब केवल खुद को मजबूत बनाना नहीं है। इसका मतलब है देश के हर नागरिक को मजबूत बनाना। इसका मतलब है यह सुनिश्चित करना कि हर कोई अपने पैरों पर खड़ा हो।”