जिला और पुलिस प्रशासन पर लगाया मिलीभगत का आरोप, जमकर की नारेबाजी
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। एसडीएम सदर और BBD इंस्पेक्टर पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम निवास यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बुधवार को बीबीडी थाने पर प्रदर्शन किया। भाजपा और यूनियन का झंडा लिये दर्जनों कार्यकर्ताओं ने पुलिस, जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे एसीपी विभूतिखण्ड के आश्वासन के बाद लगभग दो घंटे तक चला धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सत्तारूढ दल (भाजपा) के नेता राम निवास यादव ने कहा कि जुग्गौर ग्राम पंचायत के मजरा बबुरिहा में लगभग 40 बीघा जमीन शत्रु संपत्ति है। कथित रूप से जिसका फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार कराकर अनूप राय नामक व्यक्ति ने सारी जमीन अपने नाम करा ली। जबकि वहां आज भी जिला प्रशासन ने शत्रु सम्पति का बोर्ड लगा रखा है। राम निवास यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त जमीन की चौहद्दी में बबुरिहा गाँव के किसान रंजीत यादव, राम प्रताप, आसाराम, लोकेश, रामू यादव व वासुदेव आदि की पैतृक भूमि है। कथित रूप से अनूप राय ने उन किसानों की जमीन पर कब्जा जमा लिया है। कई बार शिकायत की गई लेकिन जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने इसका कोई संज्ञान नहीं लिया। उल्टे शिकायतकर्ताओं के खिलाफ ही पुलिस कार्रवाई कर रही है।
राम निवास यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि बबुरिहा गाँव के रहने वाले भाजपा के बूथ अध्यक्ष अवधेश कुमार के शस्त्र लाइसेंस को निरस्त करने की रिपोर्ट पुलिस ने सिर्फ इसलिए भेजी क्योंकि वह शत्रु संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा किए जाने का विरोध कर रहे थे। राम निवास यादव ने मौजूदा एसडीएम सदर और प्रभारी निरीक्षक बीबीडी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी डीलर अनूप राय को एसडीएम सदर व बीबीडी इंस्पेक्टर ने लाभ पहुंचाया। जिसके एवज में प्रॉपर्टी डीलर ने इन दोनों को ओबलाइज किया। आर्थिक लाभ पाने के बाद दोनों जिम्मेदार अधिकारी शत्रू सम्पत्ति का कब्जा प्रापर्टी डीलर अनूप को करवा दी।
प्रदर्शनकारियों ने इंस्पेक्टर बीबीडी पर दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस जानबूझ कर कार्रवाई कर रही है। जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है। लगभग दो घंटे तक चले इस धरना प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरना प्रदर्शन की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसीपी विभूतिखण्ड अनिंद्य विक्रम सिंह प्रदर्शनकारियों को काफी देर तक समझाने बुझाने का प्रयास किया। दो घंटे तक आरोप प्रत्यारोप मड़ने के बाद इंस्पेक्टर कक्ष में बैठकर एसीपी व राम निवास यादव के बीच कार्रवाई को लेकर वार्ता हुई। तब जाकर प्रदर्शनकारियों ने अपना धरना समाप्त किया।
राम निवास यादव ने बताया कि धरना प्रदर्शन के बाद जिला और पुलिस प्रशासन सहित शत्रु सम्पति से सम्बंधित विभाग ने पूरे प्रकरण की जांच करने का आश्वासन दिया है। पुलिस प्रशासन ने निरस्त किए गए शस्त्र लाइसेंस को बहाल करने में सहयोग करने, जिला प्रशासन ने शत्रु संपत्ति की पैमाइश कर चौहद्दी कराने का आश्वासन दिया है।
राम निवास यादव का आरोप बेबुनियाद : अनूप राय
कथित रूप से शत्रु सम्मति सहित बबुरिहा गाँव के किसानों की जमीन पर कब्जा करने के आरोपों को अनूप राय ने बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि जिस शत्रु सम्पति की बात हो रही है वह सम्पति हमे सरकार की ओर से लीज पर मिली है। अनूप राय ने कहा कि हमने उस सम्पति का बैनामा कराया। बाद में इसमें से 18 बीघा जमीन शत्रु सम्पत्ति में दर्ज हो गई। जिसे बाद में सरकार ने हमे लीज कर दी है। इस जमीन पर कोई प्लाटिंग नहीं की गई है। यह जमीन अलग है। जिसकी केन्द्र सरकार के जिम्मेदार अधिकारी अक्सर जांच करने आते हैं। अनूप राय ने भाजपा नेता राम निवास यादव पर उक्त जमीन को लेकर उनकी नियत पर ही सवाल उठाया है।
शत्रु सम्पति पर लिया जाएगा जल्द निर्णय
एसडीएम सदर अंकित शुक्ला ने कहा कि जुग्गौर ग्राम पंचायत के मजरा बबुरिहा गाँव में मौजूद शत्रु संपत्ति को लेकर जल्द निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में शत्रु संपत्ति की लगभग 18 बीघा जमीन सरकार ने अनूप राय को लीज पर दी। शत्रु संपत्ति के नए अध्यादेश के नियमों के तहत उक्त लीज को वर्ष 2016-17 में कैंसिल कर दिया गया। जिसके विरोध में अनूप राय ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। लेकिन वहां से भी उनको राहत नहीं मिली और वह केस हार गए। इसके बाद उक्त जमीन की पैमाइश कर फेंसिंग वायर से उसकी चौहद्दी कर दी गई है। भाजपा नेता राम निवास यादव द्वारा लगाए गए आरोप की जांच की जाएगी। अभिरक्षक शत्रु संपत्ति से समन्वय स्थापित कर उसकी दोबारा नीलामी या फिर पुनः लीज पर किसी को दी जाएगी। एसडीएम सदर ने कहा कि पैमाइश में यदि उक्त जमीन पर किसी का कब्जा मिलता हो तो उन पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।