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चूड़ी बेचने वाले शख्स की कहानी है फ़िल्म “मनिहार”, दिखेगी ग्रामीण परंपराओं की अनोखी झलक

कॉमेडी संग सामाजिक रिश्तों और प्यार का मीठा सा एहसास भी कराएगी “मनिहार”

लखनऊ (शम्भू शरण वर्मा/टेलीस्कोप टुडे)। परिवार में विवाह समारोह हो या कोई अन्य शुभ कार्य, एक वक्त था जब गांवों में चूड़ी बेचने वाले “मनिहार” का महिलाएं बेसब्री से इंतजार करती थी। धीरे धीरे ये परंपरा टूटती गई और अब गांवों में मनिहार बहुत कम दिखते हैं। ग्रामीण परिवेश की इन्ही परंपराओं को याद दिलाती ग्रामीण संस्कृति पर आधारित फ़िल्म “मनिहार” रिलीज होने के लिए तैयार है। गुरुवार को उपमुख्यमंत्री आवास पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया ने संयुक्त रूप से फ़िल्म मनिहार के पोस्टर का विमोचन किया।

फ़िल्म में लोगों को ग्रामीण संस्कृति और गांवों के रहन-सहन और परंपराओं की वह झलक देखने को मिलेगी जिसे बदलते वक्त के साथ लोग भूलते जा रहे है। फ़िल्म के माध्यम से वर्तमान पीढ़ी को न सिर्फ देसी मिट्टी की खुशबू का एहसास होगा। बल्कि ग्रामीण जीवन की सादगी व ग्रामीणों के रहन सहन जानने का मौका मिलेगा। 

मनिहार उत्तर प्रदेश के एक गांव में चूड़ी बेचने वाले और रतौंधी के शिकार शख़्स की कहानी है। जिसे फिल्म के लीड एक्टर बदरुल इस्लाम ने निभाया है। गुरुवार को पूरी टीम के साथ नवाबों के शहर पहुंचे बदरुल इस्लाम ने कहाकि यह फ़िल्म ग्रामीण परिवेश की कहानी है। पहले की अपेक्षा अब ग्रामीण महिलाओं में काफी बदलाव आया है। वर्तमान में ग्रामीण महिलाएं घूंघट से निकालकर हर क्षेत्र में तरक्की कर रहीं हैं। 

जय श्री मूवी प्रोडक्शन और एमएस स्टूडियोज़ के बैनर तले बनी यह फिल्म रिलीज के लिए पूरी तरह से तैयार है। बॉलीवुड में अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुके पंकज बेरी जैसे संजीदा कलाकारों से सजी इस फिल्म में मुख्य किरदार बदरुल इस्लाम, रोशनी रस्तोगी और सन्नी ठाकुर अदा कर रहे हैं। फिल्म के कलाकारों ने बताया कि यह फिल्म और इसके सभी किरदारों का एक मात्र मकसद दर्शकों का मनोरंजन करना है। यह एक लाइट हार्टटेड कॉमेडी फिल्म है जो परिस्थियों से उपजे मनोरंजन को परोस कर दर्शकों को हँसाने का काम करती है।

इस फिल्म के लेखक और निर्देशक संजीव कुमार राजपूत हैं। जबकि इसको प्रोड्यूस मयंक शेखर और नम्रता सिंह कर रहीं हैं। अंजू लता, अलका वर्मा और मनीष ओझा ने सह निर्माता के तौर पर प्रोड्यूस किया है।

खास बात यह है कि यह फिल्म सिचुएशनल कॉमेडी के साथ पारिवारिक रिश्तों को साथ लेकर चलती है। लेखक और निर्देशक संजीव कुमार राजपूत ने बताया कि यह फिल्म दर्शकों को अपने आस-पास के लोगों से जुड़ती हुई महसूस होगी। 

फ़िल्म के प्रोडूसर मयंक शेखर ने बताया कि यह फिल्म सिचुएशनल कॉमेडी के साथ ही साथ रतौंधी जैसे रोग के प्रति भी जागरूक करती है। फिल्म मनिहार 14 जून को रिलीज होगी। उन्होंने बताया कि इस फिल्म से पहले वो अभिनेता राजकुमार राव के साथ श्रीकांत नाम की फिल्म पर काम कर चुके हैं। इस फिल्म में उन्होंने अभिनेता राजकुमार राव को काफ़ी व्यापक स्तर पर ट्रेनिंग दी थी।

इस अवसर पर नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड से डॉ. बिमल कुमार डेनगला ने रतौंधी रोग की जागरूकता को लेकर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। कार्यक्रम में नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड की तरफ़ से चश्मों का भी वितरण किया गया।

गांवों की कहानियों और ग्रामीण जीवन की झलक दिखलाती फ़िल्में अब यदा-कदा ही बनती हैं। आज की पीढ़ी तो ग्रामीण जीवन से पूरी तरह से अनजान है। ऐसे में ‘मनिहार’ दर्शकों को ज़रूर पसंद आएगी। फ़िल्म में ग्रामीण जीवन की सादगी और गांवों की सरल-सहज दिनचर्या की महत्ता का एहसास हर दर्शक को होगा। फ़िल्म के गीत-संगीत में भी ग्रामीण जीवन की झलक देखने को मिलेगी। आज की पीढ़ी के लोगों को ‘मनिहार’ ज़रूर देखनी चाहिए।