गोरखपुर में पांच दिवसीय यूपी ट्रैवल मार्ट के छठे संस्करण का आगाज

पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों और उनके परिणामों पर की चर्चा

गोरखपुर (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को गोरखपुर के बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में यूपी ट्रैवल मार्ट (यूपीटीएम) के छठे संस्करण का भव्य आगाज हुआ। यह पांच दिवसीय आयोजन 29 अप्रैल तक चलेगा। मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने दीप प्रज्वलित कर यूपी ट्रैवल मार्ट का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों और उनके सुखद परिणामों की चर्चा की। 

अवनीश अवस्थी ने कहा, “यह सरकार द्वारा किए गए सार्थक प्रयासों का परिणाम है कि आज काशी और अयोध्या में प्रतिदिन आने वाले आध्यात्मिक पर्यटकों की संख्या निरंतर विश्व रिकॉर्ड बना रही है। उत्तर प्रदेश में आध्यात्मिक पर्यटन की बढ़ती लोकप्रियता को आधार बताए हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले महाकुंभ 2025 में 35 करोड़ श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड भीड़ प्रयागराज में स्नान के लिए एकत्र होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल में उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। पर्यटन विभाग इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

अमृतसर से आए एक टूर ऑपरेटर ने अयोध्या और अमृतसर के बीच सीधी उड़ान सेवा की बात रखी। जिसपर अवनीश अवस्थी ने उनकी इस मांग को सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय तक तत्काल पहुंचाने का आश्वासन दिया।

पर्यटन विभाग के निदेशक प्रखर मिश्रा, भारतीय वन सेवा (आईएफएस) ने उत्तर प्रदेश में इको-टूरिज्म के विकास पर ज़ोर दिया। विभागीय प्रस्तुति में ईशा प्रिया (विशेष सचिव, पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश) द्वारा दी गई। उन्होंने विभाग द्वारा किए गए कार्यों और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। आईएटीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव मेहरा ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन विकास में आईएटीओ की भूमिका पर भाषण दिया। उन्होंने कहा कि आईएटीओ राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

अंत में अनिल ढींगरा, (आयुक्त – गोरखपुर मंडल) ने गोरखपुर मंडल में पर्यटन विकास पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मंडल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और पर्यटन विभाग इसे विकसित कर रहा है।

उद्घाटन सत्र के समापन पर फिक्की राज्य पर्यटन समिति के अध्यक्ष और पर्यटन उद्योग के दिग्गज प्रतीक हीरा ने पर्यटन विकास में फिक्की की प्रतिबद्धता पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने समारोह के उपस्थित हितधारकों और सरकारी अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने आर्थिक विकास में पर्यटन के महत्व को रेखांकित किया और उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन को बढ़ावा देने के सक्रिय दृष्टिकोण की सराहना की। श्री हीरा ने राज्य में पर्यटन की वास्तविक क्षमता का दोहन करने के लिए हितधारकों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश को यात्रियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए सुरक्षा और सुरक्षा में सुधार के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने विश्वास के साथ घोषणा की कि उत्तर प्रदेश केवल बदल नहीं रहा है, बल्कि वास्तव में रूपांतरित हो गया है, और सभी लोगों से राज्य की मेहमाननवाजी का प्रत्यक्ष अनुभव करने का आग्रह किया।

घरेलू पर्यटन में पहले स्थान पर और विदेशी (इनबाउंड) पर्यटकों के आगमन में देश का अग्रणी राज्य बनने की दिशा में अग्रसर उत्तर प्रदेश के लिए यह ट्रैवल मार्ट एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो रहा है। ट्रैवल मार्ट का उद्देश्य पर्यटन क्षेत्र के हितधारकों को एक साथ लाकर, क्षेत्र के विशेषज्ञों के सुझावों से प्रदेश सरकार को नए बुनियादी ढांचे और पर्यटन सुविधाओं के विकास में मदद करना है।

26 अप्रैल को वैलीडेटरी सेशन में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम भी उपस्थित रहेंगे। वे प्रदर्शनी क्षेत्र का अवलोकन करेंगे और यूपीटीएम में “पर्यटन विभाग की रणनीति एवं भावी योजना” पर अपनी बात रखेंगे।

27 अप्रैल को टूर ऑपरेटर्स के लिए तीन प्रमुख पर्यटन सर्किटों पर भ्रमण यात्रा के लिए भेजा जाएगा। यह यात्रा टूर ऑपरेटर्स को उत्तर प्रदेश के समृद्ध पर्यटन स्थलों और अवसरों से परिचित कराएगी। इस भ्रमण यात्रा के लिए टूर ऑपरेटर्स के तीन दलों को गोरखपुर-वाराणसी-सारनाथ-कौशाम्बी-प्रयागराज, गोरखपुर-श्रावस्ती-कपिलवस्तु-लखनऊ तथा गोरखपुर-संतकबीर नगर-अयोध्या-लखनऊ पर सर्किट पर भेजा जाएगा।

यूपी ट्रैवल मार्ट 2024 उत्तर प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने और राज्य को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।

उत्तर प्रदेश, अपनी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है, यह भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ के भव्य मंदिर, प्राचीन किले, और मुगलकालीन स्मारक हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। पर्यटन न केवल यूपी की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। विदेशी पर्यटकों के आगमन से विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है और घरेलू पर्यटन रोजगार के अवसरों का सृजन करता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का परिणाम सामने आ रहा है। 2022 में, उत्तर प्रदेश 32 करोड़ घरेलू पर्यटकों के साथ देश में पहले स्थान पर रहा। 2023 के अंत तक, यह संख्या बढ़कर 38 करोड़ हो गई। विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है और वर्तमान में उत्तर प्रदेश भारत में पांचवें स्थान पर है। बेहतर कनेक्टिविटी, बेहतर कानून व्यवस्था और पर्यटन सुविधाओं के विकास के कारण विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है।