लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय का 21वां दीक्षांत समारोह 26 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा। इस बार विश्वविद्यालय से सम्बद्ध संस्थान मेरठ इंस्टी्ट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के छात्र मोहसिन अफरोज ने टॉप किया है। दीक्षांत समारोह में मोहसिन अफरोज को चांसलर मेडल दिया जाएगा। जबकि कमलरानी वरूण स्मृति मेडल पीएसआईटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग कानपुर के बीटेक इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की छात्रा प्रज्ञा गौतम को दिया जाएगा। साथ ही समारोह में कुल 95 गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल दिये जाएंगे।
शनिवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि प्रदेश में उद्यमिता और नवाचार की संस्कृति विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए दीक्षांत समारोह में पहली बार तीन श्रेणियों में स्टूडेंट स्टार्टअप अवार्ड भी दिया जाएगा। इसमें एक अवार्ड बेस्ट वोमेन लेड स्टार्टअप अवार्ड दूसरा बेस्ट सोशल इम्पैक्ट स्टार्टअप अवार्ड और तीसरा बेस्ट टेक इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड है। बेस्ट वोमेन लेड स्टार्टअप अवार्ड के लिए स्टार्टअप कंपनी में एक महिला डायरेक्टर का 25 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ होना जरूरी है। वहीं, बेस्ट सोशल इम्पैक्ट अवार्ड का चयन स्वास्थ्य, भारतीय भाषा, शिक्षा, जीवनशैली जैसे सामाजिक क्षेत्रों में कार्य करने वाले स्टार्टअप कंपनी को दिया जाएगा। जबकि बेस्ट टेक इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड इनोवेटिव पेटेंट तकनीकी विकसित कर वस्तुओं और सर्विस के क्षेत्र और डिजिटल मंच पर कार्य करने वाली स्टार्टअप कंपनी को मिलेगा। अवार्ड विश्वविद्यालय के किसी छात्र या छात्रा की स्टार्टअप कंपनी को ही दिया जाएगा।
दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल सहकुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी। जबकि बतौर मुख्य अतिथि एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टीजी सीताराम होंगे। वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल शामिल होंगे।
विश्वविद्यालय का 21वां दीक्षांत समारोह परिसर स्थित पं. अटल बिहारी वाजपेयी बहुउद्देश्यीय सभागार में सुबह साढ़े दस बजे से आयोजित किया जाएगा।
– अलग-अलग पाठ्क्रमों के 49452 छात्रों को डिग्री दी जाएगी
– 1 चांसलर मेडल
– 1 कमल रानी वरूण मेडल
– 39 गोल्ड मेडल
– 27 सिल्वर मेडल
– 27 ब्रॉन्ज मेडल
इसके अलावा विश्वविद्यालय लगातार शैक्षिणिक माहौल बेहतर करने के साथ ही एनईपी 2020 को लागू करने के क्रम में विश्वविद्यालय ने पहल करते हुए बीटेक सेकेण्ड ईयर के चौथे सेमेस्टर में मेजर और मानइर डिग्री पढ़ायी जाएगी। सत्र 2023-24 के इवेन सेमेस्टर से यह लागू कर दिया जाएगा। इसमें विद्यार्थी मूल विषय के साथ इंडस्ट्री ओरिएंटेड कोर्स भी कर सकेंगे। प्रदेश में उद्यमिता और नवाचार की संस्कृति विकसित करने और छात्रों में इसके प्रति रूझान के लिए विश्वविद्यालय ने अपने सभी संबद्ध संस्थानों में इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित कराने का प्रयास कर रहा है।
नौकरी पेशा लोगों के लिए विश्वविद्यालय ने बीटेक फॉर वर्किंग प्रोफेशनल की शुरूआत करेगा। कामकाजी लोगों को क्लास करने में कोई दिक्कत न हो इसलिए क्लास दोपहर बाद चलेगी। यह फुलटाइम कोर्स होगा और चार साल पूरा करने पर डिग्री दी जाएगी। शोध को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय अपने ऐसे संस्थान जिन्हें राष्ट्रीय मूल्यांकन एजेंसियों की ओर से अच्छी ग्रेडिंग मिली है उनमें रिसर्च सेंटर बनाने की पहल करेगा। पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने संवाद किया। इस मौके पर परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार, वित्त अधिकारी सुशील कुमार गुप्ता, प्रतिकुलपति प्रो. मनीष गौड़, प्रो. गिरीश चंद्रा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।