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ग्रीन यात्रा “हरित उद्यमिता” के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने की शुरुआत

लखनऊ (एजेंसी/टेलीस्कोप टुडे डेस्क)। जी20 के नई दिल्ली घोषणापत्र के संदेश को देशवासियों तक पहुँचाने तथा जनभागीदारी और समावेशी, सतत एवं हरित विकास के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप, सिडबी पूरे भारत में एक अनोखी उद्यमिता ट्रेन यात्रा में अपना सहयोग दे रहा है।

जागृति जी20 स्टार्टअप20 यात्रा 2023 का मिशन ब्राजील को कमान सौंपे जाने से पहले दिल्ली घोषणापत्र के संदेश को पूरे देश में पहुँचाना है। जो नवंबर के अंत में जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। समावेशी उद्यमिता तथा महिलाओं के नेतृत्व में विकास ही इस यात्रा की थीम है, जिसमें सस्टेनेबिलिटी, डिजिटल रूपांतरण, एंटरप्राइज इकोसिस्टम को सक्षम बनाने तथा सीमा पार के सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया है।

जागृति जी20 स्टार्टअप जी20 यात्रा के हिस्से के रूप में आयोजित कुछ भव्य कार्यक्रमों के माध्यम से जी20 दिल्ली घोषणापत्र के इन प्रमुख सिद्धांतों का बड़े पैमाने पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। मुंबई, बेंगलुरु, वाराणसी, देवरिया, दिल्ली (दो कार्यक्रम) और गांधीनगर में इन भव्य कार्यक्रमों के आयोजन की योजना बनाई गई है।

28अक्टूबर को मुंबई से शुरू होकर 10 नवंबर को मुंबई में समाप्त होने वाली यह अनोखी ट्रेन पूरे भारत में 8000 किलोमीटर का सफर तय करेगी। जी20 देशों के 70 प्रतिभागियों समेत 450 प्रतिभागी इस उद्यमिता ट्रेन यात्रा का हिस्सा होंगे। इस यात्रा के माध्यम से, प्रतिभागियों को भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उद्यम तथा इनोवेशन इकोसिस्टम से परिचित होने का मौका मिलेगा, साथ ही उन्हें समावेशी प्रक्रियाओं और ग्लोबल नेटवर्किंग के बारे में मूल्यवान जानकारी मिलेगी।

इस अवसर पर सिडबी के सीएमडी शिवसुब्रमण्यम रमन ने कहा, “सिडबी ‘हरित भागीदार’ के रूप में इस यात्रा को अपना सहयोग दे रहा है, क्योंकि एमएसएमई क्षेत्र की सेवा करने वाला देश का विकास वित्तीय संस्थान (डीएफआई) है, जो उद्यमशीलता के माध्यम से राष्ट्र को बदलने और स्थिरता को बढ़ाने में यकीन रखता है। सिडबी द्वारा इस ट्रेन यात्रा को अपना सहयोग देने का उद्देश्य जी20 प्रतिभागियों के बीच विभिन्न विषयों को प्रस्तुत करके युवाओं और स्टार्टअप्स के बीच “हरित संस्कृति” तथा “सस्टेनेबिलिटी” को बढ़ावा देना है।”

सिडबी इस थीम के साथ “ग्रीन एंटरप्राइज” मैंडेट पर ध्यान दे रहा है कि “हरित को वित्तपोषित करना तब तक संभव नहीं है जब तक कि वित्तपोषण को हरित न किया जाए।” हमने महसूस किया है कि “बॉटम-अप” दृष्टिकोण अपनाना बेहद जरूरी है, और “पूरे उद्यम मूल्य श्रृंखला को हरित बनाने” के लिए मांग एवं आपूर्ति पक्ष के साथ-साथ वित्तीय और गैर-वित्तीय सेवाओं की प्रतिबद्धता आवश्यक हो जाती है। सौर, ऊर्जा दक्षता, इलेक्ट्रिक वाहन, अपशिष्ट निपटान और प्रकृति का अनुरक्षण ही सिडबी के पाँच मिशन हैं जो राष्ट्रीय प्राथमिकताओं से जुड़े हैं, जिसमें हम एमएसएमई इकोसिस्टम को संवेदनशील एवं स्थायी बनाने के लिए तैयार कर रहे हैं।